देहरादून राज्य में 1564 नर्सिंग अधिकारियों के पदो पर भर्ती को लेकर विभाग को मिले इनपुट के बाद सत्यापन की कार्यवाही को लेकर सख्त पत्र जिला अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को लिखे गए थे जिसके बाद जिलों में गंभीरता से जांच के आदेश भी जारी हुए थे। अब तक सत्यापन का कार्य पूरा नहीं हुआ है लेकिन उससे ठीक पहले ही विभाग की फजीहत भी शुरू हो गई है। लगातार नर्सिंग अधिकारियों के पदो के सत्यापन के लिए जिलों में भेजी गई लिस्ट का सत्यापन पूरा नहीं हुआ है जिसकी मुख्य वजह शासन के पास सोलिड इनपुट होना भी बताया जा रहा है शासन के पास जानकारी होने के चलते सत्यापन को कठोरता से किया जा रहा है जिससे फर्जी दस्तावेज के जरिए नोकरी पाने वालो को ब्लैक लिस्टेड करते हुए सख्त कार्रवाई की जा सके। लंबे समय से नियुक्त का इंतजार कर रहे युवाओं को नौकरी की आस जगी तो कुछ के द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए बाकी की नोकरी के रास्ते में भी रोड बिछा दिए । जिसके चलते तमाम युवा बेरोजगार निराश नजर आ रहे है वही दूसरी तरफ चयन बोर्ड की काबिलियत पर भी सवाल खड़े हो रहे है कि इतना पारदर्शी सिस्टम बनाने के बाद भी फर्जीवाड़ा करने वाले उनकी गिरफ्त से केसे बच गए।। वहीं विभागीय गलियारों में घोटाले घोटाले का बीन भी बज रहा है जो समझ से परे है । दरअसल अभी नियुक्ति की प्रकिया ही गतिमान है तो फिर भर्ती में घोटाला होना किसी भी सूरत में सही नही कहा जा सकता।। सूत्रों की माने तो विभाग के पास पूरी जानकारी होने के चलते ही नियुक्ति प्रक्रिया के हर पहलु की जांच करते हुए कदम फूंक फूंक कर बढ़ाए जा रहे हैं।
