उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। खनन माफिया के खिलाफ शिकायत करने वाले व्यक्ति को वाहन से कुचलने की कोशिश की गई। इस मामले में नगर पालिका बड़कोट के अध्यक्ष विनोद डोभाल और उनके एक साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।
खनन माफिया के खिलाफ शिकायत करने पर हमला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नौगांव से राजगड्डी मोटर मार्ग पर जट्टा पलेठा मोटर मार्ग से करीब 150 मीटर आगे नदी में अवैध रूप से खनन हो रहा था। यह खनन क्रशर के लिए किया जा रहा था, जिसकी शिकायत कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस को 112 पर कॉल कर दी। सूचना मिलते ही थाना बड़कोट पुलिस मौके पर पहुंची और शिकायतकर्ताओं से उन्हें खनन स्थल तक ले चलने को कहा।
जैसे ही पुलिस और शिकायतकर्ता घटनास्थल पर पहुंचे, वहां खनन कर रहे लोग मौके से फरार हो गए। हालांकि, कुछ देर बाद नगर पालिका बड़कोट के अध्यक्ष विनोद डोभाल अपने साथियों के साथ वहां पहुंचे और शिकायतकर्ताओं को धमकाना शुरू कर दिया। इसी दौरान, उन्होंने अपने वाहन से शिकायतकर्ताओं को कुचलने का प्रयास किया, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ, लेकिन इस घटना से पूरे क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया।
नगर पालिका अध्यक्ष की गिरफ्तारी, क्षेत्र में तनाव
इस हमले की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल और उनके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया और उन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि विनोद डोभाल हाल ही में नगर पालिका बड़कोट के अध्यक्ष चुने गए हैं। वे यमुनोत्री क्षेत्र से निर्दलीय विधायक संजय डोभाल के भाई भी हैं। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है, और क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा, पीएसी तैनात
खनन माफिया के बढ़ते प्रभाव और हाल ही में हुई इस घटना को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुरोला में पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) की तैनाती कर दी गई है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अवैध खनन करने वालों और कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उत्तरकाशी जिले में अवैध खनन का कारोबार लंबे समय से फल-फूल रहा है। कई बार प्रशासन और पुलिस को इसकी जानकारी दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। इस घटना के बाद लोगों को उम्मीद है कि अब प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और अवैध खनन के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग
घटना के बाद क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते इस मामले को नहीं रोकता, तो आगे भी ऐसी घटनाएं दोहराई जा सकती हैं।
अब देखना होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं और अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाती है।
