दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहले ही फायर की एनओसी के बिना संचालित हो रहा है दिल्ली में स्थित अस्पताल में हुई घटना और शासन के द्वारा जारी की गई sop को देखते हुए आज अग्निशमन विभाग के द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमे अस्पताल के चंद मुलाजिम ही शामिल हुए, जो बताता है कि यदि अस्पताल में कोई अग्निकांड होता है तो उससे निपटने के लिए मुलाजिमों को कितनी ठोस ट्रेनिंग मिली है। कार्यशाला को लेकर अग्निशमन विभाग गंभीर है लेकिन ट्रेनिंग लेने वाले दून मेडिकल कॉलेज के अधिकारी इसको लेकर रत्तीभर भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में आज आग लगने की बढ़ती घटनाओं को लेकर चंद डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के लिए फायर सेफ्टी ट्रेनिंग की कार्यशाला प्रायोजित की गई, जिसमें फायर सेफ्टी विभाग के अधिकारी ने उपस्थित सभी को अचानक से लगी आग से बचने की जानकारी व फायर एक्सटिंग्विशर को कैसे एक्टिवेट करना है यह जानकारी दी गई। इसमें मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ अनुराग अग्रवाल, डेप्युटी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा धनंजय डोभाल, मेडिसिन के विभागअध्यक्ष डॉक्टर के सी पंत, इमरजेंसी विभाग के हेड डॉक्टर एन एस बिष्ट, बर्न वार्ड के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर खंडूरी, नर्सिंग इंचार्ज आदि उपस्थित रहे