देहरादून, उत्तराखंड में भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब ब्यूरोक्रेसी की एसीआर लिखे जाने को लेकर मंत्री सतपाल महाराज लगातार बयान देते रहे हैं। दरअसल राज्य की बेलगाम अफसरशाही से खफा चल रहे मंत्री सतपाल महाराज ने एक बार फिर बयान जारी किया है। महाराज पहले भी अधिकारियों की एसीआर लिखे जाने को लेकर बयान देते रहे हैं जिससे गाय बगाये अधिकारियों में उनके प्रति नाराजगी भी है, हालांकि खुले तौर पर अधिकारी मामले पर बोलने से भी बच रहे हैं आपको बता दें कि सतपाल महाराज के द्वारा खुले तौर पर अधिकारियों की एसीआर लिखे जाने को लेकर बयान दिया था जिससे अधिकारियों की मन माने रवैया पर शिकंजा कसा जा सके।। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश समेत तमाम राज्य में विभागीय मंत्री अपने विभाग के अधिकारियों के एसीआर लिखने का काम करते हैं जिससे उन्हें प्रमोशन का लाभ मिल पाता है लेकिन उत्तराखंड में ऐसी व्यवस्था नहीं है जिससे कि मंत्री अपने विभागों के अधिकारियों की एसीआर लिख पाए।।