देहरादून, बीजेपी प्रदेश कार्यालय के लिए तय की गई 16 बीघा भूमि का विवाद सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि चाय बागान की भूमि बेचने व खरीदने पर पूरी तरीके से रोक होने के बावजूद भी बीजेपी के नेताओं के द्वारा 2011 में यह जमीन खरीदी गई और उसके बाद सरकार में काबिज होने के बाद अब इसका नक्शा भी पास करवा लिया गया जो सवाल खड़े करता है कि बीजेपी सत्ता के नशे में चूर होकर नियम विरुद्ध काम कर रही है करन माहरा ने खुलासा करते हुए कहा कि जमीन पर पहले रजिस्ट्री होना और उसके बाद अधिकारियों की टिप्पणी के बाद भी नक्शा पास हो जाना दर्शा रहा है कि बीजेपी के नेता अधिकारियों पर किस कदर दबाव बनाकर अपना कार्यालय बनवाने का काम कर रहे हैं