श्वेता चौबे द्वारा पदभार ग्रहण करते ही जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारी/थाना प्रभारियों को कड़े दिशा निर्देश दिए उन्होंने विक्टिम ऑरिएन्टेड पुलिसिंग थाने पर आने वाले प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति की समस्या को अवश्य सुना जाये और उसके निस्तारण के भरसक प्रयास किये जायें तथा समस्या के निराकरण के बाद पीड़ित से फीडबैक अवश्य लिया जाय। थाने पर गठित महिला हैल्प डेस्क हर हाल में क्रियाशील रहे व महिलाओं की समस्याओं को गम्भीरता से सुना जाये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा “गौरा शक्ति एप” में जोड़े गये “POSH Act” के लिंक के तहत सरकारी/गैर सरकारी संस्थानों व अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान, होटल/धर्मशाला/रिजॉर्ट इत्यादि में कार्यरत महिलाओं द्वरा स्व पंजीकरण कराया जाता है तो 15 दिन में उसका हाल-समाचार पूछते हुये उनकी सुरक्षा की जाये। साथ ही 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाया जाना है। अतः अवैध शराब व ड्रग्स (चरस, अफीम, स्मैक आदि) की बिक्री पर प्रतिबन्ध लगाने हेतु इन्हें बेचने व सप्लाई करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम व एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर कार्यवाही की जाये।। निरोधात्मक कार्यवाही वर्तमान में प्रोफेसनल पुलिसिंग धीरे-धीरे समाप्त हो चुकी है। जिस कारण प्रभावी पुलिसिंग के लिये SSP श्वेता चौबे ने जनपद में अवैध शराब की बिक्री, जुआ-सट्टा का कारोबार, अवैध हतियारों की सप्लाई करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने, अभ्यस्त अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट, गुण्डा अधिनियम, 110 जी दंप्रसं0 के तहत कार्यवाही करते हुये अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति को कुर्क करते हुये जिला बदर की कार्यवाही करने, वांछित, मफरूर एवं ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी किये जाने के कड़े निर्देश जनपद में आगमन पर दिये गये थे।
जनपद की कोतवाली पौड़ी, श्रीनगर, कोटद्वार व लक्ष्मणझूला में यातायात व्यवस्था को दुरूस्त किया जाये। ट्रैफिक पुलिस के अलावा थाना प्रभारी स्वंय यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिये जिम्मेदार होगें। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु नियमित रूप से वाहन चैकिंग करते हुये बिना हेलमेट, ओवरस्पीड, ओवरलोड़ वाहनों, दुपहिया वाहनों पर तीन सवारी* ले जाने व शराब पीकर वाहन चलाने वालों की विषेश रूप से चैकिंग करते हुये इनके विरूद्ध मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही कर डी0एल0 निलम्बन की कार्यवाही भी की जाये। थाना क्षेत्रों में दुर्घटना सम्भावित स्थलों को चिन्हित कर इन स्थानों पर साईन बोर्ड लगाये जायें तथा इन स्थानों पर सुधारीकरण की कार्यवाही हेतु सम्बन्धित विभाग से समन्वय कर सुधारीकरण की कार्यवाही करायी जाये। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में प्रभावी रात्रि गश्त सुनिश्चित करें व स्वंय रात्रि गश्त को ब्रीफ कर रवाना किया जाये। श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार में सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी व थाना प्रभारी रात्रि में एक बार अवश्य गश्त को चैक करें व उसकी फोटोग्राफ रात्रि चैकिंग ग्रुप में अवश्य डालें। उन्होंने कहा कि जनता के साथ अच्छा व्यवहार करने तथा बीट आरक्षी को बीट पुलिसिंग में सुधार करने, बीट रजिस्टर बनाने, बीट क्षेत्र की सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ आमजन के साथ बेहतर समन्वय बनाये रखने हेतु निर्देशित किया। साथ ही सभी का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हम सब एक टीम हैं, टीम में हर कर्मचारी को अपना योगदान देना आवश्यक है, तभी हम अपने कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकते हैं। जनपद में लम्बित जघन्य अपराध के केसों मुख्यतः हत्या, लूट, साईबर ठगी, चोरी एवं महिला अपराध से सम्बन्धित लम्बित अभियोगों का सम्बन्धित पर्यवेक्षण अधिकारियों के पर्यवेक्षण में प्रभारियों को अति शीघ्र नियमानुसार निस्तारण करने के निर्देश दिये गये। जिला चिकित्सालय पौड़ी द्वारा पुलिस लाईन पौड़ी में थानों से आये समस्त कार्मिको एवं सरकारी वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के स्वास्थ्य एवं नेत्र चेकअप शिविर का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम महोदया द्वारा अपनी आँखो का एवं स स्वास्थ्य चेकअप करवाया गया। तत्पश्चात समस्त कार्मिकों द्वारा अपने स्वास्थ्य एवं आँखो का चेकअप किया गया। चैकअप के दौरान जिन्हे आँखों में दिक्कत थी, उन्हे चश्मा लगाने एवं जिन्हे अन्य स्वास्थ्य समस्या थी उन्हे दवाई देकर हायर डॉ0 से परामर्श लेने हेतु प्रेरित किया गया। बैठक के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चन्द्र सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक संचार अनूप काला, पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार गणेश लाल कोहली, पुलिस उपाधीक्षक श्रीनगर श्यामदत्त नौटियाल, पुलिस उपाधीक्षक सदर पौड़ी प्रेमलाल टम्टा, प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन अनुराग कुमार, रेडियो निरीक्षक मनोज पाण्डे, वाचक ऋषिराम रतूड़ी, आशु लिपिक अमर सिंह राणा, पीआरओ मुकेश गैरोला व समस्त शाखा/ थाना प्रभारी मौजूद रहे।