देहरादून, राज्य सरकार की कल्याणकारी योजना अटल आयुष्मान के तहत जहां लाखों लोगों को योजना का लाभ मिल रहा है तो वहीं दून अस्पताल प्रशासन इसमें भी बड़ा खेल खेल रहा है योजना के तहत हो रहे ऑपरेशन में लगने वाले सामान को दो वेंडर से खरीदा जा रहा है जिसको लेकर अस्पताल प्रशासन द्वारा अपनाई जा रही प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है ।। अटल आयुष्मान योजना के तहत दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन एक दर्जन से ज्यादा ऑपरेशन किए जा रहे हैं जिसमें प्रतिदिन लाखो रुपए का सामान लोकल वेंडर से खरीदा जा रहा है। जबकि लोकल वेंडर का कार्यकाल सितंबर में ही समाप्त हो चुका है। ऐसे में टेंडर को लेकर प्रक्रिया विलंब से शुरू करना बताता है कि दाल में कुछ काला है। अटल आयुष्मान योजना के तहत लोगो को इलाज देने के नाम पर भी चहेतों को लाभ पहुंचाना अधिकारी रत्ती भर भी नही भूल रहे हैं यदि टेंडर समय से होते तो शायद सरकार का लाखों रुपए बचाया जा सकता था।। अस्पताल के डिप्टी एमएस धनंजय डोभाल ने बताया कि अटल आयुष्मान योजना के तहत लोकल परचेज के लिए टेंडर किए जा रहे हैं आचार संहिता लगने के चलते टेंडर फाइनल नहीं हो सका है जल्दी टेंडर फाइनल हो जाएगा।। व्यापक अनियमित के बावजूद भी विभाग के अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं है यदि सरकार दून अस्पताल का विशेष ऑडिट करा दे तो कई कारनामे सबके सामने होंगे।।