ऋषिकेश मैं एंबुलेंस संचालकों का गोरख धंधा तेजी से फल-फूल रहा है। एंबुलेंस संचालित करने वाले एक व्यक्ति का वीडियो कथित तौर पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ तौर पर यह सुना जा सकता है कि किस तरह से एंबुलेंस का काम करने वाला यह व्यक्ति एम्स में अपना उपचार कराना आए मरीज को भ्रमित कर उसे निजी अस्पताल भेजने की बात कर रहा है।
व्यक्ति के द्वारा मरीज से यह कहा जा रहा है कि एम्स में बेड नहीं है, आप को दून अस्पताल भेजा जाएगा। वहीं दून अस्पताल के सामने पारस दून नाम का एक निजी अस्पताल है, जहां पर आप को बेहतर उपचार मिल सकता है। जानकारी के लिए बता दें वीडियो में दिख रहा शख्स दीपक सरोहा बताया जा रहा है, जो कि उत्तर प्रदेश बागपत का रहने वाला बताया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में दीपक नाम के इस शख्स के खिलाफ आपराधिक मामला भी चल रहा है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद ऋषिकेश के आसपास के क्षेत्रों में यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं कुछ लोग मरीजों के साथ ठगी करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग और एम्स प्रशासन अब इस वीडियो को देखने के बाद क्या संज्ञान लेता है।
वहीं इस मामले को लेकर ऋषिकेश एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियल से संपर्क किया गया, तो उनका कहना है कि वायरल वीडियो का मामला संज्ञान में आया है। एम्स प्रशासन ने सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट कर दिया है कि अगर कोई भी व्यक्ति ऐसा संदिग्ध परिस्थितियों में नजर आता है, तो उसकी सूचना तत्काल दर्ज कराई जाए। मरीजों को भ्रमित करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।