देहरादून, उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास ना जानकारी की कमी है और नही जासूसी करने वालो का अभाव लेकिन उसके बाद भी नियम कानून का पालन करना अब उनकी फितरत में ही नही रह गया है जी हां हालत अब कुछ ऐसे ही होते जा रहा है नियमो का तांक पर रखना जैसे अधिकारियो का शौक ही बन गया हो, दरअसल विभाग के द्वारा लगभग 4 एनएस थिसिया वर्क स्टेशन मशीनों के क्रय को लेकर कई बार टेंडर निकाले गए जिसमे कभी आवेदको ने गलत टेंडर भरे तो कभी विभाग ने ही रुचि नहीं दिखाई जिसके चलते अब दूसरे वित्तीय वर्ष में भी इसकी टेंडर प्रक्रिया चलाई गई, इस बार विभाग की मेहरबानी एक की कंपनी पर रही जिसे पास करने के लिए तमाम कंपनियों को पहले टेक्निकल रूप से बाहर किया गया और जिस कंपनी के लिए भूमिका बनाई जा रही थी उसी को टेक्निकल रूप से पास भी कर दिया गया, अब जेम के नियमों का कितना पालन किया गया इसका भी खुलासा हुआ, अधिकारियो के द्वारा जिन कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया उनसे स्पष्टिकरण तक नही लिया गया जबकि पूर्व में हुए टेंडर में जेम के नियमों के अनुसार जिन कंपनियों को बाहर किया गया था उनसे क्लेरिफिकेशन (स्पष्टिकरण) लिया गया था अब इस नियमों को क्यों दरकिनार किया गया ? इसके अलावा एकल बीड खोलने के पीछे के राज क्या है ये एक बड़ी जांच का विषय है, हालाकि बाहर की गई कंपनी कोर्ट की शरण लेने की भी तैयारी कर रही है