देहरादून एसटीएफ ने लखनऊ से दबोचा 25 हजार का इनामी बदमाश परू

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एसएसपी एसटीएफ के निर्देश के बाद इनामी/वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान बाद एसटीएफ टीम वांछित एवं इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार मुहिम छेड़े हुए है इसी क्रम में एसटीएफ टीम को सूचना प्राप्त हुई कि थाना गंगनहर से वर्ष 2002 से डकैती की घटना को अंजाम देकर फरार शातिर अपराधी परवेज उर्फ परू जो कि 25 हजार का इनामी है पिछले 20 सालों से वांछित चल रहा है एसटीएफ टीम को सूचना प्राप्त हुई थी थाना गंगनहर पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 162/2002 धारा 395 397 ipc मैं वांछित अपराधी पपरवेज जो कि वर्ष 2002 से फरार चल रहा था एवं थाना गंगनहर पुलिस द्वारा जिसकी तलाश में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था वर्ष 2003 में ही अभियुक्त परवेज के घर की कुर्की भी हुई थी अभियुक्त परवेज उर्फ परू के विरुद्ध मफरूरी में दिनांक 15 जून 2022 को आरोप पत्र प्रेषित किया गया था ।।अभियुक्त तब से अभी तक लगातार फरार चल रहा था एवं विगत 20 वर्षों से पुलिस उक्त परवेज को तलाश कर रही थी।। एसटीएफ को परवेज के संबंध में सूचना प्राप्त हुई कि लखनऊ वह नाम बदलकर छिप कर रहे रहा है ।। सूचना के आधार पर एसटीएफ देहरादून से एक टीम लखनऊ पहुंची एवं मुखबिर की सूचना के आधार पर परवेज उर्फ परू उपरोक्त को दिनांक 20 दिसंबर 2022 को लखनऊ से शाम लगभग 7:00 बजे गिरफ्तार किया गया ।।परू द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर दिनांक 10 अगस्त 2002 पूर्वी अम्बर तालाब रुड़की में एक घर में घुसकर /मारपीट कर बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था जिस संबंध में थाना गंगनहर पर मुकदमा 162/2002 धारा 395/397 ipc दर्ज किया गया था उक्त अपराध में परवेज के साथी सह अभियुक्त 1 राशिद पहलवान उर्फ पठान 2 जमील उर्फ छोटा 3 नदीम उर्फ संजय 4 आमीर उर्फ नैना 5 तनवीर उर्फ गुड्डू उर्फ हैदर उर्फ हकला को हरिद्वार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था लेकिन अभियुक्त परवेज तब से लगातार फरार चल रहा था जिसकी पुलिस द्वारा कुर्की भी की जा चुकी थी अभियक्त तब से लखनऊ में नाम बदल कर रह रहा था ।।पेरू के साथी नदीम का वर्ष 2006 में मुरादाबाद एनकाउंटर हो गया था परू के विरुद्ध थाना मुरादाबाद में हत्या लूट डकैती एवं मारपीट के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं अभियुक्त सन 1990 से 2000 के दशक में मुरादाबाद का एक शातिर अपराधी रहा था जिसके द्वारा गिरोह बनाकर संगीन अपराध किये जाते थे