स्वास्थ्य विभाग में पिछले दिनों हुए तबादला को लेकर स्वास्थ्य मंत्री भले ही अपनी पीठ थपथपा रहे हो कि राज्य के दुरुस्त इलाकों तक डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है। लेकिन विभाग के अधिकारी अभी भी उन डॉक्टरों को तबादला स्थल तक भेज पाने में नाकाम ही साबित हुए हैं।। 13 सितंबर को 20 डॉक्टर व 5 अक्टूबर को 58 डॉक्टरों के तबादले आदेश शासन द्वारा जारी होने के बावजूद भी अब तक तमाम डॉक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया है।। जिसको लेकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य महानिदेशक कितनी गंभीरता के साथ शासन के आदेशों का पालन करा रही हैं।। डीजी हेल्थ अभी भी एक ही स्थान पर जमे डॉक्टरों के पक्ष में तर्क दे रही हैं कि अभी महानिदेशालय में डॉक्टरों की कमी होने के चलते उन से काम लिया जा रहा है काम प्रभावित ना हो इसके लिए अभी तक उनको रिलीव नहीं किया गया।। अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग में तबादलों को लेकर अधिकारी कितने गंभीर हैं।।