देहरादून, यूं तो स्वास्थ्य महानिदेशालय हर छोटे-बड़े आदेश से मंत्रालय और शासन को अवगत कराता है लेकिन जब आदेश ढुलमुल और छिपाने वाले हो तो फिर क्या शासन क्या मंत्रालय और क्या सिस्टम, सब दरकिनार हो जाता है।। स्वास्थ्य महानिदेशक ने दो संयुक्त निदेशक और तीन सहायक निदेशको को पटल आवंटित किए है जिसकी सूचना तक मंत्रालय और शासन को नही की गई है।। स्वास्थ्य महानिदेशालय में एक बार फिर विशेषज्ञ डॉक्टरों पर खासी रहमत दिखाई दे रही है। 1 साल ऋषिकेश में सेवाएं दे कर लोटे पंकज शर्मा को फिर उनकी पुरानी जगह पर ही स्वास्थ्य महानिदेशक ने तैनाती दी है जो फिलहाल चर्चाओं का विषय बनी हुई है आपको बता देंगे कोरोनाकाल में भी पंकज शर्मा सहायक निदेशक स्टोर का पद संभाल चुके हैं उस दौरान भी वह खासी चर्चा में रहे थे जिसके बाद तत्कालीन स्वास्थ्य महानिदेशक के द्वारा उनका तबादला कर दिया गया था अब एक बार फिर उनके स्वास्थ्य महानिदेशालय में सहायक निदेशक स्टोर बनाए जाने पर चर्चाएं हो रही है कि विभागीय अधिकारियों को पुरानी व्यवस्थाओं पर भी ध्यान देना चाहिए जिससे विभाग की फजीहत ना हो।। वहीं स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि जो डॉक्टर तबादलों के बाद महानिदेशालय आए हैं उनको जिम्मेदारी सौंपी गई है हालांकि स्वास्थ्य महानिदेशक ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक स्टोर कौन है इसकी जानकारी होने से ही अनभिज्ञता जाहिर की है आपको बता दें कि डॉक्टर आनंद शुक्ला को जेडी स्टोर के पद से हटाए जाने के बाद से पद खाली चल रहा था जिसके बाद सहायक निदेशक डॉक्टर जेएस नेगी स्टोर की संपूर्ण जिम्मेदारी देख रहे थे अब स्वास्थ्य महानिदेशक के द्वारा जो आदेश किए गए हैं उसमें जेएस नेगी के नाम का जिक्र तक नहीं किया गया है ऐसे में भला अधूरे आदेश महानिदेशालय की फजीहत करा रहे हैं।। अब आदेश जारी करने के बाद स्वास्थ्य महानिदेशक पुनः जानकारी हासिल करने की बात कर रही है।।