रील में दिख रहा है खाकी का बदला अंदाज़, उत्तराखंड पुलिस महकमे में सोशल मीडिया पर छाया ट्रेंड…

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देहरादून, उत्तराखंड।
राज्य की राजधानी देहरादून सहित उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में इन दिनों एक नया ट्रेंड सरकारी महकमों, विशेषकर पुलिस विभाग में तेजी से उभर कर सामने आ रहा है — सोशल मीडिया रील बनाने का। पुलिस महकमे का यह डिजिटल रुझान अब सिर्फ जागरूकता अभियानों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि कई बार यह मनोरंजन और “वायरल” कंटेंट की दिशा में भी बढ़ता नजर आता है।

राज्य के लगभग हर जिले की पुलिस ने अपने-अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट बनाए हैं, जिनमें खासतौर पर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील्स का चलन जबरदस्त है। लोगो की चूक और लापरवाही के बाद पुलिस महकमे के मुलाजिम कैमरे के सामने अभिनय करते दिखाई देने लगे हैं। कभी यातायात नियमों के पालन के लिए संदेश देते हुए,
हालांकि इस पर दो तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। एक ओर जहां युवा वर्ग में इस नए प्रयास की सराहना हो रही है, वहीं कुछ लोग इसे “गंभीरता से हटकर” मान रहे हैं। कई बार इन रीलों में “फिल्मी अंदाज” या “थ्रिलर बैकग्राउंड म्यूजिक” का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि उद्देश्य लोगों को डराना है या जागरूक करना।

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सूत्रों की मानें तो इन सोशल मीडिया रील्स पर अच्छे खासे व्यूज़, लाइक और फॉलोअर्स मिल रहे हैं, जिससे इन प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन की मदद से संभावित कमाई का रास्ता भी खुल सकता है। हालांकि, किसी भी सरकारी विभाग के लिए ऐसी आय को कानूनी मान्यता देना अभी स्पष्ट नहीं है।

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वहीं, जानकारों का कहना है कि बदलते समय के साथ पुलिस की छवि को जनता के बीच अधिक सकारात्मक और सुलभ बनाने की आवश्यकता है, और सोशल मीडिया इस कार्य में एक प्रभावी माध्यम बन चुका है।

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फिलहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस की यह “रील नीति” भविष्य में कितना असर दिखाती है – क्या यह सचमुच जनता को जागरूक करेगी, या सोशल मीडिया की दुनिया में सिर्फ एक और ट्रेंड बनकर रह जाएगी।