स्वास्थ्य विभाग के गजब हाल, एनएचएम के पैसे से मंत्री डॉक्टरो के साथ अब पीएस भी ताइवान जा कर करेंगे ज्ञान अर्जित…

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देहरादून, देश में कोरोना का अलर्ट, प्रदेश के खराब वित्तीय हालात और जोशीमठ की आपदा ये तीनों गंभीर मुद्दे भी विदेश यात्राओं को रोकने के लिए काफी नहीं है. स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और अधिकारियों की प्रस्तावित ताइवान यात्रा से तो कुछ ऐसा ही समझ आ रहा है. स्थिति यह है कि महकमे के मंत्री से लेकर 1 दर्जन से ज्यादा बड़े जिम्मेदार अधिकारी विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल की सूची में शामिल हो चुके हैं। और अब बस इन सभी को इंतजार अपनी फ्लाइट पकड़ने का है। हालाकि स्वास्थ्य सचिव पहले ही इस दौरे से दूरी बनाए हुए है, उत्तराखंड में नई सरकार के गठन के बाद से अब तक विदेशों के कई दौरे मंत्री और अधिकारी कर चुके हैं, ऐसा लगता है कि उत्तराखंड हर विभाग और सेक्टर में इतने शीर्ष पर पहुंच चुका है कि देश में तो किसी राज्य से कुछ सीखने को बचा ही नहीं है. तभी तो कभी गणेश जोशी विधायक और अधिकारियों के साथ विभिन्न देशों की यात्रा पर निकल जाते हैं तो कभी प्रेमचंद भी अधिकारियों के साथ विदेश जाने के इस मौके को भुनाते दिखते हैं। और अब ताजा मामला स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह से जुड़ा है जो अपने प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत कई अधिकारियों के साथ ताइवान जाने वाले है। वैसे राज्य को विदेश यात्राओं से कुछ मिले तो इसमें भी कोई हर्ज नहीं है लेकिन ऐसे कई बड़े कारण हैं जो इन यात्राओं पर कांग्रेस नेताओं के जरिए सवाल खड़े करने की वजह बन गए हैं। कांग्रेस की प्रवक्ता ने कहा कि मंत्री के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का वहां जाना सवालों के घेरे है तो वही मंत्री के पीएस भी इस यात्रा का हिस्सा बनने जा रहे है जो किसी के गले नहीं उतर रहा है।
चीन इन दिनों कोरोना के एपिक सेंटर के रूप में सबसे ज्यादा प्रभावित दिखाई दे रहा है, उसके पड़ोसी राज्य भी इससे अछूते नहीं है, इन हालातों के बीच जब देश में कोरोना को लेकर तमाम गाइडलाइन जारी की जा रही है तब चीन के ही बेहद करीब के देश ताइवान की यात्रा करना अपने आप में सवाल खड़े कर रहा है। दूसरा सवाल उस बड़े और हमेशा से ही गंभीर मसले का है जो राज्य की खराब वित्तीय हालातों से जुड़ा है। पहले तो कई बार विदेश यात्रा को नजरअंदाज करने तक के निर्देश भी सामने आते रहे हैं लेकिन इस सरकार में ऐसा बिल्कुल नहीं है लग रहा है मानो देश में सीखने के लिए प्रदेश के अधिकारियों नेताओं को कुछ दिख ही नहीं रहा। बहरहाल यात्राएं जारी है। विदेश यात्रा पर तीसरा सवाल जोशीमठ आपदा को लेकर है जो उत्तराखंड ही नहीं देश भर में चर्चाएं बटोर रही है। जोशीमठ के जो हालात है उससे सरकार भी चिंतित है लेकिन स्वास्थ्य विभाग संभावित 10 दिन के दौरे पर ताइवान जाने की तैयारी में है।विदेश यात्राएं पहले भी सवालों में रही हैं और अब भी इस पर विपक्ष हमलावर है लेकिन कभी विपक्ष में विदेश यात्राओं की जमकर आलोचना करने वाली भाजपा को फिलहाल अपनी सरकार में यह विदेश यात्राएं विकास का रूप दिखाई दे रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट के बयान तो कुछ यही बयां कर रहे हैं।कुल मिला कर मंत्री समेत विभाग की भारीभरकम फोज ताइवान जा कर भले ही कुछ सीख कर राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को लाभान्वित करेंगे या नही ये तो आने वाला वक्त बताया लेकिन जोशीमठ के ताजा हालात और राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर स्वास्थ्य विभाग की गंभीरता पर सवालों के घेरे में है।।