देहरादून, उत्तराखंड की धामी सरकार के खिलाफ छात्रों का आंदोलन कहीं बड़े षड्यंत्र का हिस्सा तो नहीं, इसको लेकर अब राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा होने लगी है दरअसल कल देर रात छात्रों के साथ हुई अभद्रता व नोकझोंक के बाद कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आज हजारों की संख्या में छात्र शहर का दिल कहे जाने वाले घंटाघर से लेकर गांधी पार्क तक इकट्ठा हो जाते है लेकिन किसी को इसकी कानों कान खबर तक नहीं मिली, यदि खबर मिली तो फिर यह छात्र एकत्र कैसे हुए यह खुद में एक बड़ा सवाल है ।। दरअसल पूरे मामले पर सिस्टम की भूमिका भी संदेह के घेरे में दिखाई दे रही है कि आखिरकार देर रात ऐसी नौबत क्यों आन पड़ी कि छात्रों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया गया।। जबकि धामी सरकार की ओर से लगातार छात्रों के भविष्य को देखते हुए जांच और कार्रवाई हो रही है ।। दरअसल छात्र लगातार सरकार के सामने परीक्षाओं से पहले उनकी जांच की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार की ओर से परीक्षा के साथ-साथ जांच कराई जा रही है जिसमें लगातार गिरफ्तारियां भी हो रही हैं ऐसे में कल देर रात पुलिस का गांधी पार्क से छात्र नेताओं को बलपूर्वक हटाना इशारा करता है कि इसके पीछे कोई बड़ी योजना बनाई गई है।। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि वह छात्रों के साथ हैं जो भी परीक्षाएं कराई जा रही हैं वह पारदर्शी तरीके से होंगी, वहीं जिन परीक्षाओं की जांच हो रही है उन्हें भी निष्पक्ष तरीके से कराया जा रहा है।।