राज्य में आई आसमानी आफत से 63 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है जबकि अभी भी कई लोग लापता हैं जिनकी ढूंढ खोज चल रही है सरकार आपदा ग्रसित क्षेत्रों में व्यस्त है तो अधिकारी सरकार के पीछे से ही स्वास्थ्य विभाग में खरीददारी करके पलीता लगाने का काम कर रहे हैं आलम यह है कि दून अस्पाल में लगने वाली एम आर आई मशीन को लेकर छिडे विवाद के बाद अब कांग्रेस ने भी खरीदारी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं की ओर भी ध्यान देने की जरूरत है।। जिससे अधिकारी अपनी मनमानी कर चहेतों को लाभ पहुंचाने का काम ना कर सके, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि विभाग में पिछले 8 महीनों से चल रही टेंडर प्रक्रिया को रोक कर चहेतों को 8 करोड़ से ज्यादा की एमआरआई का परचेज ऑर्डर दे दिया गया है जो साफ दर्शा रहा है कि नियम और कानून राज्य सरकार व अधिकारियों के लिए क्या मायने रखते हैं उन्होंने कहा कि कुंभ में खरीदी जाने वाली मशीन को लेकर परिस्थितियां कुछ और थी लेकिन वर्तमान में संबंधित कंपनी के रेफरेंस आर्डर के अनुसार मशीन खरीदना किसी भी मायने में सही नहीं है उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के इस कृत्य पर सरकार को संज्ञान लेने के साथ ही जांच कराने की भी जरूरत है जिससे पता चल सके कि अधिकारी किस कदर सरकारी धन की बंदरबांट करवाने का काम कर रहे हैं।। आपको बता दें कि दून की एमआरआई खरीदारी को लेकर पिछले 8 माह से प्रक्रिया गतिमान रही लेकिन एकाएक टेंडर प्रक्रिया को रोक कर रेफरेंस ऑर्डर के आधार पर दून में एम आर आई मशीन खरीदे जाने को लेकर अधिकारी और कंपनी के प्रतिनिधि एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं आपको बता दें कि यह वही कंपनी है जिसके द्वारा हरिद्वार महाकुंभ में मशीन दिए जाने का आर्डर लिया था लेकिन कुंभ समाप्त होने के बाद भी वहां मशीन विवादों के चलते नहीं लग सकी थी।। अब एक बार फिर संबंधित कंपनी को परचेज ऑर्डर दिया गया है जिससे साफ जाहिर होता है कि जीरो टॉलरेंस की सरकार में अधिकारी किस मानसिकता के साथ काम कर रहे हैं
