गरीबी में भी मस्त रहने वाले मुन्ना लाल की ईमानदारी को सलाम, बुजुर्ग का रुपयों से भरा बैग लौटाया

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दुगड्डा । मुन्ना लाल, दुगड्डा गांधी चौक से मोती बाजार को जाने वाली सड़क के शुरू होते ही बायीं ओर फड़ लगाकर अपनी मेहनत कर चमडे़ आदि की वस्तुओं मरम्मत कर अपनी आजीविका चलाते हैं, बेहद हंसमुख सभी से दुआ सलाम रखने वाले मुन्ना लाल गरीबी में भी बहुत खुश रहते हैं। दुगड्डा व निकटवर्ती क्षेत्र के लोगों में भी अच्छी जान पहचान रखते हैं बडे़ बुजर्गों को सम्मान व छोटे को भी स्नेह देना उनके स्वभाव में है एक खासियत वह है ईमानदारी, मुन्ना लाल भले निरक्षर हैं लेकिन समाज की हर ऊंच नीच को भली भांति समझते जानते है व परख रखते है।

विगत दिनो उनकी ईमानदारी फिर देखने को मिली ग्रामीण क्षेत्र से आये एक बुजुर्ग जो कि बैंक से अपना पैसा निकाल कर लाये थे अपना बैग मुन्ना लाल के फड़ पर भूलवश छोड़ गये, मुन्ना लाल ने जब देखा व बुजुर्ग को ढूंढा तो वह बुजुर्ग नजर नहीं आये वो शाम को उस बैग को घर ले आये तीसरे दिन जब उन बुजुर्ग की पत्नी मुन्ना लाल के पास पहुंची तो पूछताछ कर मुन्ना लाल ने 30 हजार रुपये से भरा वह बैग महिला को सौप दिया, महिला ने बताया कि उनके पति इस बैग को यहां पर भूल गये थे व गाडी़ में बैठकर गांव चले गये।

मुन्ना लाल ने कहा कि जब उन्होंने घर जाकर देखा तो बैग में पैसे थे किन्तु बुजुर्ग का पता या फोन नम्बर न होने कारण सम्पर्क न होने पर उन्होंने उनका इंतजार कर ने का सोचा। मुन्ना लाल भले गरीब है लेकिन ईमानदारी व अच्छे व्यवहार के लिए वह अपने बडे़ बुजर्गों की सीख पर चलने की बात करते है पहले भी मुन्ना लाल ऐसे ही ईमानदारी की मिसाल पेश कर चुके है।अपने काम को ही पूजा मानने वाले हंसमुख रहने वाले गरीबी में भी मस्त रहने वाले मुन्ना लाल की ईमानदारी को सलाम।