नगर निगम कोटद्वार के नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी, ने कोतवाली कोटद्वार रिर्पोट दर्ज करायी कि नगर निगम कोटद्वार से वर्ष 2017-18 में रू0 23,89,584/- की धनराशि* तत्समय काम करने वाले ठेकेदारों के खातों में भुगतान किया गया। जिसके सम्बन्ध में केवल एक पत्रावली वर्ष 2017-18 में कार्य करने के पश्चात भुगतान हो चुका था। तत्कालीन एकाउण्टेन्ट पंकज सिंह रावत द्वारा धोखाधड़ी व कूटरचना कर पुनः वर्ष-2021 में उसी कार्य का भुगतान रू0 17,73,886/- की धनराशि ठेकेदार सुमिता देवी को किया गया। वादी द्वारा थाना कोटद्वार पर दर्ज प्रथम सूचना रिर्पोट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0सं0 254/2022, धारा-409/420/467/468/471/120 (बी) भादवि पंजीकृत किया गया। एसएसपी श्वेता चौबे द्वारा आम जनमानस के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुये आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर घटना के खुलासा करने को लेकर निर्देशित किया गया था। जिसके बाद पुलिस टीम गठित कर विवेचना उपनिरीक्षक संजय रावत को दी गयी। विवेचना के दौरान सभी दस्तावेज एवं अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाते हुए कार्यवाही की गयी। विवेचना के दौरान पार्षद कुलदीप सिंह कंबोज अभियुक्ता सुमिता देवी का पूरा काम देखना व भुगतान की धनराशि रू0 17,73,886/- में से 15 लाख रू0 से अधिक स्वयं निकालना व एकाउण्टेन्ट पंकज सिंह रावत के साथ बांटना पाया गया। तमाम विवेचना एवं ठोस अभिलेखीय दस्तावेजों एवं महत्वपूर्ण साक्ष्यों के आधार पर गठित पुलिस टीम द्वारा आज अभियुक्ता सुमिता देवी एवं अभियुक्त कुलदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त पंकज सिंह फरार चल रहा है, जिसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम प्रयासरत है।