फील्ड में जमे रहने के चक्कर में शासन ने पहुंचाया सहायक आबकारी आयुक्त को अपने ही बेच के सबसे निचले पायदान पर…

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उत्तराखंड आबकारी महकमा राज्य का पहला ऐसा महकमा होगा जो अपने क्लास वन के पदों पर पदोन्नति से ही बचत हुआ दिखाई देता है।। शासन ने ऐसे अधिकारियों पर गाज गिराना भी शुरू कर दिया है जो फील्ड में जमे रहने के चलते कई कई बार अपने पदोन्नति को फॉर गो कर रहे है। दरअसल सहायक आबकारी आयुक्त के पद से उप आयुक्त के पद पर प्रमोशन लेने के लिए ही अधिकारी तैयार नहीं है जिसके चलते तमाम ऐसे अधिकारी फील्ड की नौकरी से ही सेवानिवृत्ति भी हो रहे हैं जिनके प्रमोशन सालों साल तक लंबित रहते हैं
शासन ने नजीर पेश करते हुए सहायक आबकारी आयुक्त तपन कुमार पांडे के अपने प्रमोशन को फॉर गो करने के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें उनके बैच की लिस्ट की सूची में सबसे कनिष्ठतम अधिकारी की सूची में भेज दिया है।। दरअसल आबकारी विभाग में ऐसे तमाम अधिकारी मौजूद है जो सहायक आबकारी आयुक्त से उपायुक्त के पद पर पदोन्नति लेने को ही तैयार नहीं है जिसके चलते प्रमोशन की आस में बैठे नीचे के अधिकारियों को उसका लाभ भी नहीं मिल रहा था ।। अब शासन ने अपने तेवर तर्क किया तो माना जा रहा है कि कई अधिकारी पदोन्नति के लिए अपनी सहमति भी जाहिर करेंगे।। जिससे नीचे के अधिकारियों का सहायक आबकारी आयुक्त बनने का रास्ता भी साफ होगा…