ऋषिकेश। उत्तराखंड सरकार द्वारा नशे के खिलाफ छेड़े गए व्यापक जनजागरूकता अभियान को धरातल पर मजबूती के साथ आगे बढ़ाने में ऋषिकेश की तेजतर्रार आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट की भूमिका लगातार सराहनीय साबित हो रही है। क्षेत्र में शराब माफियाओं और तस्करों की कमर तोड़ने के लिए वह लगातार दबिश देकर कार्रवाई कर रही हैं।
गुरुवार को आबकारी विभाग ऋषिकेश और देहरादून जनपदीय प्रवर्तन दल ने संयुक्त अभियान चलाते हुए क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी। इस कार्रवाई के तहत सबसे पहले रुसा फार्म क्षेत्र में जमना खेत्री के घर छापा मारा गया। छानबीन के दौरान वहां से लगभग 150 किलोग्राम तैयार लहन और 20 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई। मौके पर लहन को नष्ट कर दिया गया।
दूसरे मामले में रुसा फार्म में ही माया कौर पत्नी संतोष के घर से 30 लीटर कच्ची शराब जब्त की गई।
तीसरी कार्रवाई गुमानीवाला स्थित होटल सोकरी में की गई, जहां शराब बेचने की गुप्त सूचना पर छापेमारी की गई। वहां कार्यरत मोहन चंद्र को शराब बेचते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। पूछताछ में मोहन ने खुलासा किया कि शराब राकेश सेमल्टी नामक व्यक्ति से लाई गई है। इसके आधार पर टीम ने राकेश के गुमानीवाला स्थित घर में दबिश दी, जहां से साढ़े 5 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई।
चारों अभियुक्तों के खिलाफ उत्तराखंड आबकारी अधिनियम की धारा 60 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
इस संयुक्त अभियान में आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट के नेतृत्व में प्रधान आबकारी सिपाही दीपा, राकेश कुमार, आशीष प्रकाश, हेमंत और आशीष चौहान ने सक्रिय भूमिका निभाई।
प्रेरणा बिष्ट ने कहा कि क्षेत्र में अवैध शराब तस्करी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेंगी ताकि ऋषिकेश को नशा मुक्त बनाने का सरकार का संकल्प साकार हो सके।
स्थानीय लोगों ने भी इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे अभियान समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होंगे।
