घटना में शामिल सभी 07 अभियुक्तो को 48 घंटे के अन्दर दून पुलिस द्वारा देहरादून, राजस्थान तथा हरिद्धार से किया गिरफ्तार ।*
अभियुक्तो की गिरफ्तारी के दौरान राजस्थान तथा हरिद्धार में पुलिस की अभियुक्तो के साथ हुयी मुठभेड़।
हरिद्धार में हुयी मुठभेड में 02 अभियुक्तो के पैर में लगी गोली ।
घटना का मुख्य अभियुक्त रामवीर है यूपी का गैंगस्टर, अभियुक्त के विरुद्ध हत्या सहित कई अभियोग है पंजीकृत
अभियुक्त 01 वर्ष पूर्व हत्या के अभियोग में जमानत पर आया था बाहर
अभियुक्तो के कब्जे से एक 415 बोर की रिवाल्वर, एक 32 बोर की पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, खोखा कारतूस तथा बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल हुई बरामद
अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा 08 अलग – अलग टीमो का किया गया था गठन ।
रायपुर क्षेत्र से गिरफ्तार स्थानीय अभियुक्त अंकुश निकला पूरी घटना का मुख्य सूत्रधार ।
अभियुक्त द्वारा अपनी व्यक्तिगत रजिश निकालने के लिए सागर यादव के साथ मिलकर अन्य अभियुक्तो को किया था गुमराह ।
अभियुक्त सागर यादव ने मृतक दीपक बडोला के वाहन को हड़पने की नीयत से दिया था अंकुश का साथ ।
अभियुक्त अंकुश ने मृतक दीपक बडोला के अपने साथियो के साथ अभियुक्तो को मारने के लिए आने की अन्य अभियुक्तो को दी थी झूठी जानकारी ।
आमजन से अभियुक्तों द्वारा अवैध रूप से निर्मित की गई सम्पति के संबंध में प्राप्त शिकायत पर नगर निगम की टीम से समन्वय स्थापित कर नगर निगम के माध्यम से अभियुक्त की संपत्ति की कराई जा रही है पैमाइश
अतिक्रमण कर अवैध सम्पति का निर्माण किया जाना पाये जाने पर की जायेगी शीघ्र वैधानिक कार्यवाही
थाना रायपुर
दिनांक 16-06-2024 की रात्रि में कन्ट्रोल रुम के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि डोभाल चौक पर फायरिंग की घटना हुई है जिसमें 02 से 03 लोग घायल हो गये है तथा घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति घटना के बाद 01 वाहन से फरार हो गये है । उक्त सूचना पर एसएसपी देहरादून के निर्देशानुसार सम्पूर्ण जनपद में संघन चैकिग अभियान चलाया गया पुलिस की संघन चैकिंग को देखते हुये घटनाकर वाहन से फरार हुये दोनो अभियुक्त उक्त वाहन से आशारोड़ी बैरियर को तोडते हुये वाहन को आशारोड़ी बैरियर से आगे छोडकर जंगल में भाग गये जिनकी तलाश हेतु अलग – अलग टीमे गठित कर संघन चैकिंग /कॉम्बिंग की गयी ।
मौके पर फायरिंग की घटना में दो युवक सुभाष क्षेत्री तथा मनोज नेगी घायल हो गये थे जिन्हे उनके परिजनो तथा पुलिस द्वारा उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया । दिनांक 17-06-2024 की प्रातः घटना में घायल एक अन्य युवक दीपक बडोला का शव डोभाल चौक के पास एक नाले में मिला घटना के सम्बन्ध में घायलो से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि सागर यादव नाम के व्यक्ति द्वारा दीपक बडोला के वाहन टाटा स्ट्रोम को उसकी रजामन्दी के बिना सोनू भारद्धाज के पास सवा 04 लाख रुपये में गिरवी रखा था जिनकी जानकारी होने पर दीपक बडोला द्वारा सागर यादव से अपना वाहन वापस मांगा गया तो उसके द्वारा वाहन वापस न करने की धमकी दी गयी जिस पर दीपक बडोला द्वारा सोनू भारद्धाज से अपना वाहन वापस मांगने के लिए सम्पर्क किया तो सोनू भारद्धाज ने वाहन देने से इन्कार कर दिया, घटना के दिन दीपक बडोला ,सुभाष क्षेत्री व मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्धाज के घर गया था, जहाँ पर सोनू भारद्धाज, मोनू भारद्धाज , रामवीर , मनीष , अंकुश तथा योगेश द्वारा उन पर फायरिंग कर घटना कारित की गई।
घटना के अनावरण हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा तत्काल 08 अलग – अलग टीमो का गठन किया गया, गठित टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये घटना में शामिल तीन अभियुक्तो देवेन्द्र कुमार उर्फ सोनू भारद्धाज ,मोनू भारद्धाज तथा सागर यादव उर्फ शम्भू यादव को दिनांक 17-06-2024 को गिरफ्तार किया गया तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु अलग –अलग टीमो को गैर प्रान्त रवाना किया गया था, एसएसपी देहरादून द्वारा सभी टीमों की क्लोज मॉनिटरिंग की जा रही थी टीम द्वारा दिनांक 18-06-2024 को घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त रामवीर सिंह पुत्र राजपाल सिंह को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया तथा घटना के मुख्य सूत्रधार अभियुक्त अंकुश उर्फ गोलू को रायपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया ।
घटना में फरार चल रहे दो अन्य अभियुक्तो मनीष कुमार तथा योगेश की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा लगातार दबिशे दी जा रही थी, इसी बीच दिनांक 18-06-2024 की रात्रि पुलिस टीम को दोनो अभियुक्तो के हरिद्धार से रुडकी की ओर जाने की सूचना प्राप्त हुई। उक्त सूचना पर हरिद्धार पुलिस से सम्न्वय स्थापित करते हुये दून पुलिस तथा हरिद्धार पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा दोनो अभियुक्तो की हरिद्धार – रुडकी हाईवे पर घेराबन्दी की गयी, पुलिस की घेराबंदी देखकर अभियुक्तो द्वारा पुलिस टीम पर फायर किया गया, पुलिस द्वारा अपने बचाव में किये गये जवाबी फायर में दोनो अभियुक्तो के पैर पर गोली लग गई, जिन्हे उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उक्त घटना में पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये मात्र 48 घंटे के अन्दर घटना में शामिल सभी 07 अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया है।
घटना के सम्बन्ध में की गयी विस्तृत जाँच में यह तथ्य प्रकाश मे आये की अभियुक्त अंकुश की दीपक बुडोला से व्यक्तिगत रंजिश थी तथा उसे जब इस बात की जानकारी हुई कि दीपक बडोला की गाड़ी को अभियुक्त सागर यादव द्वारा सोनू भारद्धाज के पास गिरवी रखा है तथा दीपक बडोला अपने वाहन को वापस मांगने अपने साथियों के साथ सोनू भारद्धाज के घर आने वाला है तो उसके द्वारा सागर यादव, जो दीपक बडोला के वाहन को हड़पने की फिराक में था, के साथ मिलकर अपने साथियों को उक्त बात बड़ा चढाकर बताते हुये जानकारी दी की दीपक बडोला अपने साथियों के साथ उन सभी लोगो को जान से मारने के लिए आ रहा है, यदि उनके विरुद्ध कोई बडा कदम नही उठाया गया तो वे उन सभी के साथ अप्रिय घटना कर सकते है। जिस पर अभियुक्तो द्वारा आवेश में आकर दीपक बडोला व उसके साथियों के सोनू भारद्धाज के घर पँहुचने पर उन पर ताबड़तोड फायर कर दिया और मौके से फरार हो गये।
घटना में शामिल अभियुक्त रामवीर यू0पी0 का गैंगस्टर है, जिसके विरुद्ध हत्या सहित कई संगीन अपराधों के कई अभियोग पंजीकृत है, अभियुक्त रामवीर 01 वर्ष पूर्व हत्या के अभियोग में जमानत पर बाहर आया था। अभियुक्त का पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की जाएगी।
इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों द्वारा अभियुक्त सोनू भारद्वाज द्वारा अवैध रूप से संपत्ति का निर्माण किए जाने के संबंध में की गई शिकायत का तत्काल संज्ञान लेते हुए नगर निगम की टीम से समन्वय स्थापित कर नगर निगम के माध्यम से अभियुक्त की संपत्ति की पैमाईश कराई जा रही है।