उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के गजब हाल दिखाई दे रहे हैं जहां एक तरफ राज्य में नियमों का हवाला देते हुए खरीदारी करने के शासन की ओर से आदेश निर्देश जारी हो रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी महज अपनी जिद पर सरकार के क्रय नीति के विपरीत ही क्रय आदेश जारी करने की तैयारी कर रहे हैं ।। दरअसल हिमोग्लोबीनोमीटर मीटर खरीदारी को लेकर लगातार स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं ऐसे में अधिकारी हैं जो अपनी हठधर्मिता से बाज नहीं आ रहे खुद प्रभारी सचिव स्वास्थ्य पंकज पांडे क्रय नीति से हट कर किसी भी प्रकार की खरीदारी सही नही है उनके अनुसार क्रय नीति के विपरीत कोई भी खरीदारी करना सही नहीं है यदि ऐसा किया जा रहा है तो उसे कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता । वहीं स्वास्थ्य महानिदेशालय के जानकार अधिकारी भी इस व्यवस्था को गलत बता रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी हिमोग्लोबीनोमीटर मीटर का क्रय आदेश जारी करने के अंदर खाने तैयारियां हो रही हैं।। दरअसल राज्य में स्वास्थ्य मंत्री ना होने के चलते मुख्यमंत्री के पास ही इस विभाग की जिम्मेदारी है ऐसे में स्वास्थ्य महानिदेशालय ही सीएम के विभाग को पलीता लगाने का काम कर रहा है । अधिकारी महज प्रीबिड के जरिए ही पॉलिसी मैटर में संशोधन कर खरीदारी कर रहे है जो किसी भी सूरत में सही नहीं कहा जा सकता राज्य सरकार की क्रय नीति 2019 में कैबिनेट से मंजूर हुई है ऐसे में महानिदेशालय के काबिल अधिकारी अपनी सुविधा के अनुसार ही पॉलिसी को ठेंगा दिखाने का काम कर रहे है। जो कि कैबिनेट से पास हुई पॉलिसी को कैबिनेट से संशोधित किया जा सकता है।।