हाईकोर्ट में गलत जानकारी देने पर देहरादून के जिला आबकारी अधिकारी केपी सिंह मुख्यालय अटैक, वी.के. जोशी को मिली जिम्मेदारी…

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देहरादून। राजधानी देहरादून में आबकारी विभाग के अधिकारियों पर जिला प्रशासन की सख्ती लगातार जारी है। इसी कड़ी में जिलाधिकारी सविन बंसल की संस्तुति पर एक और जिला आबकारी अधिकारी पर गाज गिरी है। हाईकोर्ट में गलत जानकारी प्रस्तुत किए जाने के गंभीर मामले में देहरादून के जिला आबकारी अधिकारी केपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। शासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम की संस्तुति पर त्वरित कार्रवाई की और केपी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

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केपी सिंह के निलंबन के बाद उनके स्थान पर मसूरी के आबकारी निरीक्षक वी.के. जोशी को प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी के रूप में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। वी.के. जोशी इससे पूर्व भी कई महत्वपूर्ण अभियानों में अग्रणी भूमिका निभा चुके हैं और विभागीय अनुशासन के लिए जाने जाते हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले भी आबकारी विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो चुके हैं। कुछ माह पूर्व ओवर रेटिंग के मामलों में तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला को भी डीएम सविन बंसल की संस्तुति पर हटाया गया था। अब एक बार फिर से डीएम की रिपोर्ट के आधार पर शासन ने सख्त कदम उठाते हुए विभागीय कार्यप्रणाली में सुधार के संकेत दिए हैं।

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जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा लगातार की जा रही प्रशासनिक निगरानी से स्पष्ट है कि जिला प्रशासन किसी भी स्तर पर लापरवाही या गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करेगा। हाईकोर्ट जैसे संवेदनशील मंच पर गलत जानकारी दिए जाने को शासन ने गंभीर प्रशासनिक चूक मानते हुए कार्रवाई की है, जिससे भविष्य में अन्य अधिकारियों को भी सतर्क रहने का संदेश गया है।

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आबकारी विभाग के भीतर यह कार्रवाई एक बड़ा संदेश है कि जवाबदेही से समझौता करने वाले अधिकारियों पर अब सख्त कार्यवाही तय मानी जाएगी। नई जिम्मेदारी संभाल रहे वी.के. जोशी के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती विभाग की छवि को सुधारना और पारदर्शिता स्थापित करना होगा।