उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कब क्या गुल खिला दे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां केंद्र व राज्य सरकार चाइना में निर्मित मशीनों की खरीदारी को लेकर सख्त निर्देश जारी कर चुकी है कि चाइना निर्मित उपकरण नहीं खरीदे जाएंगे लेकिन कुंभ में तैनात स्वास्थ्य अधिकारियों ने 89200000 रुपए की लागत से चाइनीज एमआरआई मशीन के क्रय आदेश 13 फरवरी 2021 को जारी किए गए । लेकिन मशीन कुंभ 2021 की समाप्ति तक भी नहीं लगा पाए। अधिकारी महज सरकारी बजट की बंदरबांट तक ही सीमित रहें।। कुंभ मेला अधिकारी स्वास्थ्य से जब इस मामले में जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कई बार फोन करने पर भी फोन नही रिसीव किया।। अंदाजा लगाया जा सकता है कि जहां मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अधिकारियों को लोगों से मिलने की हिदायत दे रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों से मिलना तो दूर पत्रकारों के फोन तक नहीं उठा रहे हैं अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेलगाम अधिकारियों पर सरकार के आदेश का कितना असर पड़ता है। राज्य कैबिनेट ने चाइनीज मशीनों को लेकर सख्त निर्देश जारी किए थे कि इसकी खरीदारी ना की जाए लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारियों ने कैबिनेट के आदेश को भी ठेंगा दिखाते हुए मशीन के क्रय आदेश जारी कर दिए ।। हालांकि पूर्व में ही स्वास्थ्य सचिव इस मामले को लेकर परीक्षण की बात कर चुके है। लेकिन परीक्षण का नतीजा भी सिफर ही है।। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तर्क दे रहे हैं कि एमआरआई के अधिकृत विक्रता बोस्टन आइवीवाई हेल्थ केयर सॉल्यूशन का कार्यालय मुंबई में स्थित है लिहाजा इसे चाइनीज मशीन नहीं कहा जा सकता।जबकि मशीन चाइना निर्मित है। क्रय आदेश कंपनी का मूल निर्माता नाम व मॉडल तक नही लिखा गया है। जिससे मशीन की क्रय प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे है। इसके साथ क्रय आदेश में 30 मार्च 2021 तक एमआरआई स्थापित किये जाने की शर्त रखी गई थी लेकिन मशीन अभी तक नही लगी और उसके बाद भी अधिकारी अपनी ही शर्तो का उल्लंघन कराने पर आमादा है।