सचिव आबकारी की सख्ती के बाद अब आयुक्त आबकारी सुशील कुमार ने भी मुख्यायल पहुँच कर अधिकारियों को तमाम व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिए। पूर्व में चल रही विभागीय अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही अनियमितता के लंबित मामले की जांचों को एक सप्ताह में पूरी करके रिपोर्ट आयुक्त कार्यलय को सौपने के आदेश भी दिए गए। प्रदेश भर में आबकारी विभाग में लगभग 15 से ज्यादा मामलों पर विभागीय जांच चल रही है जिनको 6 माह के भीतर ही पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हुई है जिसको लेकर आयुक्त आबकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए 1 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट उनके टेबल पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं । दरअसल आबकारी विभाग में अब तक कई मामलों में सरकार व आबकारी मुख्यालय से जांच के आदेश दिए गए थे लेकिन जांच रिपोर्ट की इंतजारी में मुख्यालय भी शांत था जिसका लाभ अनियमितता करने वाले कर्मचारी अधिकारी उठा रहे थे। वहीं उन्होंने अधिकारियों से वार्षिक रिपोर्ट को भी समय से पूरा करने के निर्देश दिए हैं जिससे कर्मचारियों के प्रमोशन में किसी भी प्रकार की समस्या सामने ना आए अमूमन देखा जाता है कि कर्मचारियों की वार्षिक रिपोर्ट अधिकारियों के द्वारा समय से नहीं लिखी जाती है जिसके चलते उनके प्रमोशन में भी खासी दिक्कतें सामने आती है