देहरादून, उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विभाग के विवादित प्रकरण पर बोलने से विभागीय मंत्री भी बचते हुए दिखाई दे रहे हैं ।। दरअसल स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ही सबसे पहले मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाए थे लेकिन उसके बाद अब स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडे के मामले से कन्नी काटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
जी हां पिछले दिनों हुए डॉ0 निधि उनियाल मामले में सीएम धामी ने महिलाओं के सम्मान को देखते हुए जांच के आदेश दिए थे लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट का अता पता ही नहीं है जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।।। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी सवाल पर बोलने से बचते हुए दिखाई दिए , जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार महिला चिकित्सक के प्रति कितनी संवेदनशील है दरअसल मामला स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडे से जुड़ा था तो स्वाभाविक ही है कि जांच किस दिशा में हो रही होगी लेकिन इन सबके बीच महिला चिकित्सक ने अब तक भी नौकरी ज्वाइन नहीं की है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिला चिकित्सक के स्वाभिमान पर कितनी गहरी ठेस पहुंचाई गई है।। जो अब तक नौकरी ज्वाइन नहीं कर रही है।।