ड्रोन या धोखा? अफवाहों की गिरफ्त में जागा उधम सिंह नगर, पुलिस कप्तान ने की संयम बरतने की अपील…

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उधम सिंह नगर: रात का अंधेरा, छतों पर जगी आंखें, खेतों की मेढ़ों पर बैठकर पहरा देते ग्रामीण, और आसमान में मंडराता एक रहस्यमयी साया — ऐसा माहौल बना है उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में, जहां एक ड्रोन जैसी उड़ती वस्तु को लेकर शुरू हुई अफवाहों ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है।

बीते कुछ दिनों से जिले के कई गांवों और कस्बों में यह चर्चा आम है कि रात के समय आसमान में कोई रहस्यमयी वस्तु उड़ रही है — कोई इसे ड्रोन बता रहा है, कोई जासूसी यंत्र, तो कोई विस्फोटक ले जाने वाला यंत्र। डर का आलम यह है कि गांवों में लोग रात-रात भर छतों पर निगरानी कर रहे हैं, कुछ इलाकों में चौकसी के लिए स्वयंसेवक दल बनाए गए हैं। कई जगहों पर अनजान व्यक्ति को देख भीड़ ने उसे चोर या संदिग्ध समझकर घेर लिया, और कुछ मामलों में तो मारपीट की घटनाएं भी सामने आईं हैं।

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सोशल मीडिया इस डर को और भी हवा दे रहा है। वायरल हो रहे कुछ वीडियो क्लिप्स में आसमान में चमकती रोशनी या उड़ती वस्तुएं दिखाई गई हैं, जिनकी कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लोगों ने बिना तथ्यों की जांच किए इन्हें डर का कारण मान लिया। कोई कह रहा है कि यह ड्रोन वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था, तो कोई दावा कर रहा है कि यह अपराधियों द्वारा भेजा गया उपकरण था। यहां तक कि कुछ लोगों ने पुराने वीडियो या फोटो को हालिया घटनाओं से जोड़कर भ्रम फैलाया।

इस अफवाह ने गांवों में ऐसा माहौल बना दिया है, जहां सामान्य जीवन प्रभावित हो गया है। छोटे बच्चों को रात को बाहर न निकलने की सख्त हिदायत दी जा रही है, और घरों के बुजुर्ग तक डरे हुए हैं। सुरक्षा के नाम पर बने निगरानी दलों के पास कोई प्रशिक्षण या अधिकृत पहचान नहीं है, जिससे निर्दोष लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है।

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हालांकि, पुलिस प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उधम सिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने साफ कहा है कि अब तक ऐसी कोई पुष्टि नहीं हुई है कि किसी आपराधिक गतिविधि में ड्रोन का इस्तेमाल किया गया हो। उन्होंने इसे पूरी तरह से अफवाह बताया और कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी आयोजन या निजी उद्देश्य से ड्रोन उड़ाना चाहता है, तो उसे पहले थाने या चौकी से अनुमति लेनी होगी।

एसएसपी ने यह भी बताया कि गांवों में बने निगरानी समूहों की जानकारी भी पुलिस को दी जाए, ताकि कोई असामाजिक तत्व इसका फायदा न उठा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें, लेकिन बिना पुष्टि के किसी भी जानकारी को सोशल मीडिया पर साझा न करें।

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ड्रोन जैसी तकनीक जहां एक ओर सुरक्षा और निगरानी का आधुनिक साधन है, वहीं अफवाहों के जरिए यह समाज में डर और हिंसा का कारण बन सकती है। उधम सिंह नगर में फैली यह दहशत इस बात का उदाहरण है कि अफवाहें कितनी घातक हो सकती हैं। ऐसे में ज़रूरत है सामूहिक जागरूकता और संयम की — ताकि समाज शांति और समझदारी के साथ ऐसे हालात का सामना कर सके।

पुलिस का स्पष्ट संदेश है: सतर्क रहें, लेकिन अफवाहों के बहकावे में न आएं। डर से नहीं, समझदारी से हालात को संभालें।