देहरादून स्थित स्ववित्तपोषित शैक्षणिक संस्थानों द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) छात्र/छात्राओं के संस्थाओं में फर्जी प्रवेष दर्शकर फीस प्रतिपूर्ति के रूप में समाज कल्याण विभाग से करोड़ों रु की धनराधि का गबन किये जाने से सम्बन्धित प्रकरण की जात / विवेचना अदल (S.I.T.) द्वारा सम्पादित की जा रही है। उका क्रम में शैक्षणिक संस्थान Dehradoon institute of management and Technology Selaqui. Dehraoon के विरुद्ध थाना सहसपुर जिला देहरादून में पंजीकृत वसं0- 400 / 19. धारा-430 / 400 / 457 / 4GB / 471 भादवि की विवेचना उपनिरीक्षक अनिरुद्ध मैठाणी द्वारा कार्रवाई की जा रही।।
दौराने विवेचना अभिलेखीय साक्ष्य संकलन से पाया गया कि उक्त संस्थान द्वारा जिला समाज कल्याण अधिकारी, देहरादून से वर्ष 2011-12 से 2016-17 तक कुल छात्रवृत्ति 3.29.25,800 /- रु तीन करोड़ उन्तीस लाख पच्चीस हजार आठ सौ गव्ये) प्राप्त की गयी। जिसमें से वर्ष 2011-12 तथा 2012-13 (ऑफलाइन वर्ष) में 134,10,000/- (रु एक करोड़ चौतीस लाख दस हजार) की छात्रवृत्ति अपने बैंक खातों में प्राप्त की गयी।। संस्थान के चैयरमैन डा० मनोज कुमार तथा कोषाध्यक्ष दीपक कुमार द्वारा अपने सस्थान में दर्शाये गये छात्रों को निःषुल्क प्रवेष का प्रलोभन देकर उनके शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज प्राप्त कर लिये तथा उन्हें बताया गया कि एडमिशन के बारे में तुम्हे फोन से बताया जायेगा किन्तु संस्थान द्वारा छात्रों से कोई सम्पर्क नहीं किया गया एवं उनके दस्तावेजों का प्रयोग अपने संस्थान में उनका फर्जी प्रवेश दिखा कर समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति के रूप में प्राप्त करने हेतु किया गया। उक्त अभियुक्तगणों के विरुद्ध विवेचना में सरकारी धन का गबन किये जाने के सम्बन्ध में पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित किये गये। उक्त अभियुक्तगण लगातार फरार चल रहे थे, जिस कारण उनकी गिरफ्तारी हेतु एक विषेष टीम गठन किया गया। गठित टीम द्वारा अभियुक्तगण डा० मनोज कुमार, चैयरमैन को थाना सहसपुर क्षेत्र देहरादून तथा दीपक कुमार, कोषाध्यक्ष को थाना लालकुर्ती क्षेत्र मेरठ उ0प्र0 से दिनांक 19-6-2021 को गिरफ्तार किया गया।