देहरादून,
उत्तराखंड ऊर्जा निगम में जाना प्रधानमंत्री कार्यालय से भी ज्यादा मुश्किल हो गया है दरअसल अधिकारी लोगों से मिलना तो दूर मीडिया को भी कार्यालय तक पहुंचने नहीं देना चाहते।। आलम यह है कि घंटो इंतजारी के बावजूद भी यूपीसीएल के अधिकारी कान बंद किए रहते है जहां मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों को कार्यशैली में सुधार लाने की नसीहत देते हुए दिखाई देते हैं तो वही ऊर्जा निगम के अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली के चलते सरकार की नसीहत को भी दरकिनार कर देते है।। ऐसे में भला राज्य सरकार की गुड गवर्नेंस का फायदा लोगों को कैसे मिलेगा राज्य के ऊर्जा मंत्री खुद मुख्यमंत्री हैं और उन्हीं के विभाग के अधिकारी बेलगाम हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि अधिकारी उनकी नसीहत को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।।।
