राज्य के सबसे बड़े सरकारी दून अस्पताल में मरीज की हालत बिगड़ जाए तो उसके तीमारदार को खुद ही अपने कंधों पर लेकर उसे अस्पताल के कोने कोने में घूमना पड़ता है । कहने के लिए राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो रही है लेकिन राज्य के सबसे बड़े सरकारी दून चिकित्सालय में मरीज के लिए ना स्ट्रेचर ही है और ना ही कोई वार्ड बॉय । फिर भी सरकारी दावे है कि उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाएं बदल रही हैं।