हरिद्वार महाकुंभ को लेकर अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने का दावा ही करते रह गए लेकिन कुंभ समाप्त होने के बाद भी हालात बद से बदतर ही हैं अधिकारियों ने करोड़ों की लागत से लगने वाली एम आर आई मशीन का क्रय आदेश भी जारी किया लेकिन कुंभ समाप्त होने तक भी वह मशीन हरिद्वार में स्थापित नहीं की जा सकी ।। ऐसे में अधिकारियों को m.r.i. खरीद के लिए दिए गए 8 करोड़ से ज्यादा के बजट को सरकार को पुनः राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में लगाने की जरूरत है जिससे आपातकाल से निपटा जा सके कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है ऐसे में करोड़ों की m.r.i. मशीन खरीदने में नाकाम अधिकारियों से अब यह बजट कोरोना काल मे अन्य सामान की खरीदारी को लेकर खर्च करने की जरूरत है।। जिससे राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सके।। हालांकि अभी भी अधिकारी कुंभ समाप्त होने के बाद एम आर आई मशीन क्रय करने को लेकर एड़ी चोटी का दम लगाए हुए हैं अंदाजा लगाया जा सकता है कि करुणा काल में भी अधिकारी राज्य की व्यवस्थाओं को सुधारने के बजाय ऐसी खरीदारी पर ही फोकस किए हुए हैं।। हालांकि स्वास्थ्य जैसा महत्वपूर्ण विभाग मुख्यमंत्री के पास है लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारी बेझिझक अपनी मनमानी करने से बाज नही आ रहे।। शासन के अधिकारी सीएसआर फंड व सीएम राहत कोष से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने को लेकर ऐड़ी चोटी का दम लगाए हुए है। जबकि कुम्भ में दिया हुआ करोड़ो रूपये का बजट अभी भी बचा है ।। शासन के अधिकारियों को भी कुम्भ के दौरान दिए गए बजट को लेकर पुनर्विचार करने की जरूरत है जिससे सरकार खुद अपने पैसे से व्यवस्था दुरस्त कर सके।