चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटी धामी सरकार, स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान, सचिव स्वास्थ्य डॉ0 राजेश कुमार ने ली बैठक…

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देहरादून: आगामी चारधाम यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, यात्रा मार्ग में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग डॉ. आर राजेश कुमार ने शासन में अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

यात्रा मार्ग में 26 मेडिकल रेस्पॉन्स प्वाइंट्स और 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट्स

बैठक में चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सेहत को लेकर विशेष इंतजाम करने पर जोर दिया गया। सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि यात्रा मार्ग पर कुल 26 मेडिकल रेस्पॉन्स प्वाइंट्स (एमआरपी) और 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट्स स्थापित किए जा रहे हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इन सुविधाओं का विस्तार करने का प्रस्ताव भी दिया गया है।

स्वास्थ्य धाम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

चारधाम यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं के लिए “स्वास्थ्य धाम पोर्टल” पर पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के यात्रियों को अपना स्वास्थ्य प्रोफाइल पोर्टल पर अपलोड करना होगा, ताकि हाई-रिस्क यात्रियों की पहचान की जा सके। इसके अलावा, RFID-बैंड और GIO ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए यात्रियों की निगरानी का प्रस्ताव भी दिया गया है।

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चिकित्सा शिक्षा विभाग की भूमिका और ट्रेनिंग प्रोग्राम

डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की यात्रा हेतु सभी तैयारियों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों और मेडिकल अफसरों की ड्यूटी रोटेशन के आधार पर तय की जाएगी। ऊँचाई वाले इलाकों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा दिया जाएगा, जिससे AIIMS के बजाय स्थानीय स्तर पर ही ट्रेनिंग की सुविधा मिलेगी।

स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कंट्रोल रूम और स्वास्थ्य मित्रों की नियुक्ति

चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी स्वास्थ्य आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। यह कंट्रोल रूम यात्रा मार्ग पर सभी स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी करेगा और संबंधित अधिकारियों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करेगा। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं की सहायता के लिए स्वास्थ्य मित्रों की नियुक्ति की जाएगी, जो कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर कार्य करेंगे।

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होटलों और ढाबों पर स्वास्थ्य सुरक्षा के सख्त निर्देश

यात्रा मार्ग में स्थित सभी होटल और ढाबों को श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इन स्थानों पर स्वास्थ्य एडवाइजरी और आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए फ्लेक्स और बैनर लगाए जाएंगे। इसके अलावा, सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि इन स्थानों पर स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा के मानकों का पालन किया जाए।

वित्तीय प्रबंधन और चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पर्यटन विभाग द्वारा केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए जारी की गई धनराशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र (UC) शीघ्र उपलब्ध कराया जाए, ताकि शेष धनराशि को जल्द से जल्द अवमुक्त किया जा सके। साथ ही, केदारनाथ में नवनिर्मित चिकित्सालय में पूर्व में आपूर्ति किए गए उपकरणों और फर्नीचर को जल्द पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।

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स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी होगी जल्द

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि यात्रा मार्ग, बस स्टॉप, होटल और अन्य प्रमुख स्थानों पर स्वास्थ्य संबंधी एडवाइजरी जारी की जाएगी। इसके अलावा, सभी प्रमुख क्षेत्रों में यात्रियों की सुविधा के लिए निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों का विवरण और मुख्य चिकित्साधिकारियों के संपर्क नंबर की जानकारी भी प्रदर्शित की जाएगी।

बैठक के अंत में स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों को चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी तैयारियाँ समय पर पूरी हों और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।