देहरादून
खनन के ट्रक छुड़वाने के लिए पुलिस कर्मियों को मुख्यमंत्री के नाम से पत्र लिखने और उन्हें आदेश देने के लिए पीआरओ पद से हटाए गए नंदन सिंह बिष्ट की भी हुई बहाली।
नंदन बिष्ट को एक बार फिर पीआरओ बनाया गया।
आचार संहिता से 2 दिन पहले इसके आदेश जारी किए गए जो आचार संहिता के बाद बाहर निकला हैं आचार संहिता के दौरान नंदन बिष्ट की बहाली पर सवाल खड़े हो रहे है।
इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से कल आचार संहिता लगने से ठीक पहले बाल संरक्षण आयोग एवं महिला आयोग में अपने मनपसंद लोगों की ताबड़तोड़ तैनाती की गई थी।
आचार संहिता से ठीक पहले धामी सरकार के द्वारा की गयी ट्रांसफर पोस्टिंग और आयोग में तैनाती को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।