हरीश रावत की मुफ्त बिजली पानी की घोषणा पर सवाल

ख़बर शेयर करें

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी चालाकी के साथ मुफ्त बिजली पानी का दांव तो चल दिया  लेकिन वह अपनी पार्टी का ही विश्वास इस मामले पर जीतना भूल गए। हरीश रावत ने उत्तराखंड की जनता को बिजली और पानी मुफ्त देने की घोषणा की है। वैसे आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में इसी मुफ्त की घोषणा के कारण सत्ता की सीढ़ी तक चढ़ चुकी है, लिहाजा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस दांव को चलकर सत्ता तक पहुंचने का रास्ता तैयार करने की कोशिश की है। 
हरीश रावत ने बिजली और पानी को मुक्त करने की जो बात कही है उससे फिलहाल उनकी पार्टी ही इत्तेफाक नहीं रखती। दरअसल एक तरफ हरीश रावत प्रदेश की जनता को लालच देकर अपने इस बयान के जरिए कांग्रेस की तरफ खींचना चाहते हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस संगठन ने ही यह साफ कर दिया है कि उत्तराखंड में लोगों को मुफ्त बिजली और पानी देने की यह घोषणा हरीश रावत की निजी तौर पर है। यदि कांग्रेस की सरकार उत्तराखंड में आती है तो हरीश रावत की इस घोषणा का फिलहाल कोई मायने नहीं है। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना कहते हैं कि हरीश रावत उत्तराखंड में मुख्यमंत्री रहे हैं लिहाजा वह उसी आधार पर इस बात को कह रहे होंगे लेकिन उनकी यह घोषणा पार्टी की राय नहीं है। और राज्य में कांग्रेस अपना घोषणा पत्र लाएगी जिसमें कही गई बात ही अधिकृत होगी। सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि इस प्रस्ताव को कांग्रेस की घोषणा कमेटी में आने के बाद विचार किया जाएगा और उसके बाद ही इस पर कुछ तय होगा।