देहरादून। मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) अवैध निर्माण और प्लॉटिंग को लेकर अब पूरी तरह से सख्त रुख अपनाए हुए है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बंसीधर तिवारी के नेतृत्व में अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।
प्राधिकरण को दिनांक 13 जून 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के माध्यम से एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें खलंगा क्षेत्र—जो वैदिक साधना आश्रम तपोवन और सुदर्शन वाटिका के मध्य स्थित है—में अवैध प्लॉटिंग की आशंका जताई गई थी। जानकारी के अनुसार, वहां एक गेट लगाकर लोहे के एंगल खड़े किए जा रहे थे। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए, एमडीडीए की टीम ने आज प्रातः मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि वर्तमान समय में उस स्थल पर किसी भी प्रकार की प्लॉटिंग या निर्माण गतिविधि नहीं चल रही है। हालांकि, उक्त स्थल की स्थिति को लेकर प्राधिकरण ने मामले की जानकारी स्थानीय राजस्व विभाग और वन विभाग के अधिकारियों को दे दी है।
वन विभाग द्वारा बताया गया है कि इस क्षेत्र का स्वामित्व स्पष्ट करने एवं आगामी आवश्यक कार्रवाई के लिए राजस्व एवं वन विभाग का संयुक्त निरीक्षण प्रस्तावित है। एमडीडीए का कहना है कि यदि निरीक्षण के उपरांत कोई अनियमितता पाई जाती है, तो विधिसम्मत कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
एमडीडीए ने स्पष्ट किया है कि अवैध निर्माण या प्लॉटिंग की किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल जांच व आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
