देहरादून।
उत्तराखंड में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत हासिल हुई है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। गांव की छोटी सरकार से लेकर जिले की बड़ी सरकार तक भाजपा ने अपनी मजबूत पकड़ बनाई है, जिससे भविष्य में राज्य को विकास के नए मार्ग पर ले जाने की संभावनाएं और भी प्रबल हो गई हैं।
पंचायत चुनाव के परिणामों के अनुसार, अब तक भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 125 तक पहुंच गई है। जिलेवार यदि आंकड़ों पर नजर डालें तो उधम सिंह नगर और अल्मोड़ा से 15-15, पौड़ी से 17, देहरादून और उत्तरकाशी से 7-7, पिथौरागढ़ से 15, रुद्रप्रयाग से 5, बागेश्वर से 9, टिहरी से 11, चंपावत से 10, चमोली से 6 और नैनीताल से 8 जिला पंचायत सदस्य भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीतकर आए हैं। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अधिकांश जिलों में भाजपा समर्थित उम्मीदवार जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दौड़ में आगे रहेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस ऐतिहासिक जीत पर जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “मैं उत्तराखंड की देवतुल्य जनता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। इस मानसून सत्र के दौरान भी लोगों ने लोकतंत्र के प्रति अपनी आस्था दिखाई और लगभग 70% से अधिक मतदाताओं ने वोट डालकर ग्राम सभाओं की सरकारों को चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा समर्थित ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य, जिला पंचायत सदस्य बड़ी संख्या में जीतकर आए हैं। उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए यह विश्वास जताया कि ग्राम स्तर पर बनी इन सरकारों के माध्यम से गांव-गांव में विकास की रफ्तार और तेज होगी। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि “जो अन्य विचारधाराओं से जुड़े प्रत्याशी भी इस चुनाव में जनता के समर्थन से जीतकर आए हैं, मैं उन्हें भी बधाई देता हूं। यह समय मिलकर काम करने का है, क्योंकि जनता ने सभी को जिम्मेदारी सौंपी है।”
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के विजन की ओर संकेत करते हुए कहा कि गांव से लेकर शहर तक सभी प्रतिनिधि यदि मिलकर काम करें, तो भारत को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में उत्तराखंड एक आदर्श राज्य बन सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की यह जीत न सिर्फ संगठन की जमीनी पकड़ को मजबूत करती है, बल्कि आगामी निकाय और विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए सकारात्मक संकेत भी है। साफ है कि जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया है, अब बारी सरकार की है कि वह इस विश्वास को जनसेवा और विकास के जरिए कायम रखे।
