सीएम के स्वास्थ्य विभाग में तैनात अधिकारियों ने लगाया लाखों का चूना

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आपदा आई पैसा लाई की कहावत तो खूब सुनी थी लेकिन कोरोना आया पैसा लाया अब ये भी आसानी से सुना जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग में तैनात कुछ जागरूक अधिकारी ऐसे ही खेल खेल कर सरकार का लाखो रुपये दूसरे राज्यो से आ रहे माफियो के हाथों लुटवा रहे है जी हां राज्य में एंटीजन किट के नाम पर इस बार अधिकारियों ने जमकर बंदर बांट की है ये एक या दो लाख की नही बल्कि 60 लाख से ज्यादा की है।डीजी हेल्थ डॉ0 तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि राज्य में आज रैपिड एंटीजन किट क्रय आदेश जारी किए गए है जिसकी प्रति किट की कीमत 70 रुपये है। उन्होंने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह क्रय किया गया है। जबकि कई राज्यों में मैरिल कंपनी की एंटीजन किट 47 रुपये से लेकर 50 रुपये उपलब्ध कराई गई है राज्य के करामाती स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के प्रकोप को देखते हुए 3 लाख किट का क्रय आदेश एक ही बारी में दे दिया। जबकि राज्य में प्राइवेट कंपनी पहले ही जांच के नाम पर जमकर टेस्ट कर रही है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि आज ही 3 लाख रैपिड एंटीजन किट का क्रय आदेश जारी किया गया है सूत्रों की माने तो आज जारी हुए क्रय आदेश भी बेक डेट में किये गए है ऐसे में जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाली सरकार के राज में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कैसे पलीता लगा रहे इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। जानकारों की माने तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना के दौर में क्रय किये गए सामान की निष्पक्ष जांच करा दी जाए तो कई अधिकारियों के नोकरी जाना तय है। शुक्रवार को ही भाजपा विधायक खजानदास ने स्वास्थ्य विभाग की क्रय प्रणाली पर सवाल खड़े किए थे और उसी के ठीक बाद अधिकारियों ने एक बार फिर यह कारनामा कर दिया। अधिकारियों के द्वारा किये इस कारनामे से साफ हो जाता है कि सरकार और शासन उनके ठेंगे पर है। सूत्रों के अनुसार 3 लाख किट खरीदने के लिए बाकायदा स्वास्थ्य महानिदेशक ने एक बैठक भी बुलाई थी जिसमे लगभग सभी अधिकारियों ने इस तरहां से किट क्रय करने से इंकार भी कर दिया था लेकिन एक अधिकारी ने आलाधिकारियों की एक ना सुनी और जरूरत का हवाला देते हुए करोड़ो रूपये की किट का क्रय आदेश जारी कर दिया।स्वास्थ्य महानिदेशक ने मामले का परीक्षण कराने की बात कही है।