राज्य सरकार जहां लोगों से सीएसआर फंड लेकर तमाम स्वास्थ्य उपकरण अस्पतालों तक पहुंचाने का काम कर रही है वहीं एनएचएम के अधिकारी सरकारी धन पर ही मौज काट रहे हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य में अधिकारी अपने लिए महंगे मोबाइल और टेबलेट के शौक सरकारी पैसे से पूरे कर रहे हैं जबकि सरकार बड़ी कंपनियों से वेंटिलेटर और तमाम स्वास्थ्य उपकरण सीएसआर के माध्यम से दिए जाने को लेकर वार्ता कर रही है।। दरअसल आरटीआई में खुलासा हुआ है कि एनएचएम के अधिकारियों के द्वारा कोरोना के इस दौर में जनवरी 2021 में लाखों रुपए मूल्य का iphone11 और apple tablet क्रय किया है।। अब भला इस समय पर लाखों रुपये की इन खरीदारी से विभाग को पिछले 4 माह में क्या फायदा हुआ इसका तो पता नही। हालांकि अधिकारियों के इस तरहां के शौक फजूल खर्ची ही कहे जा सकते है।। स्वास्थ्य सचिव ने भी पहले मामले को पहले आशाओं से जोड़ते हुए इसे जरूरी बताया लेकिन जब अधिकारियों की फजूल खर्ची का सवाल पूछा गया तो उन्होंने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि अधिकारी को इसकी जरूरत है तो सरकार को उसका खर्च उठाना चाहिए यदि हमारे सिस्टम में उस समान की कोई आवश्यकता हो तो।।
