मित्र पुलिस की छवि पर पलीता, वीडियो बना रहे युवक से छीना मोबाइल और मारपीट

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-युवक के हुए वायरल वीडियो के बाद यातायात निरीक्षक ने मारपीट और गाड़ी की चाबी निकालने की घटना होने से किया इंकार

कोटद्वार। उत्तराखंड मित्र पुलिस कोरोना संक्रमण काल में गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही है। जिससे क्षेत्र में पुलिस की भूमिका सराहनीय बनी हुई थी। इसी क्रम में कोटद्वार यातायात पुलिस का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस की छवि फिर संदिग्धता के घेरे में आ गई।
रविवार को बीईएल रोड पर इंटरसेप्टर वाहन में चैकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों ने कोटद्वार-नजीबाबाद के बीच पड़ने वाले बढ़िया निवासी संदीप की कार रोकी और उसकी चाबी निकाल ली। जिसके बाद कार स्वामी ने पुलिस कर्मियों की वीडियो बनाते हुए उनसे सवाल पूछा कि आपने चाबी क्यों निकाली है, इस दौरान उनके कैमरे के सामने खड़े सिपाही ने उनका फोन खींच लिया। पीड़ित युवक की ओर से बनाई गई वीडियो में यह स्पष्ट रूप से सुना जा रहा है कि पुलिसकर्मी ने फोन खींचने के बाद मारपीट शुरू कर दी थी। मारपीट होने के बाद फिर से पीड़ित युवक ने वीडियो बनाकर पूछा तो यातायात पुलिस के तेवर बदले दिखे। इस दूसरी वीडियो में पुलिस के सिपाही और दीवान युवक से वीडियो बंद करके बात करने की बात कहने लगे। यातायात निरीक्षक कोटद्वार शिव कुमार का कहना है कि कोरोना कफ्र्यू का रविवार को जायजा लिया जा रहा था। इस दौरान हमराह ने एक कार को रोककर लॉकडाउन में घूमने का कारण पूछा तो वाहन चालक ने सुनियोजित तरीके से वीडियो बनानी शुरू कर दी। हमराह ने वीडियो बनाने का कारण पूछा तो वाहन चालक पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाने लगा। जबकि वाहन चालक के साथ कोई मारपीट नहीं की गई है और न ही उसकी चाबी ली गई थी।

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