आईएएस अधिकारियों की ACR की प्रक्रिया में सुस्ती, पिछले साल की एसीआर 30 अप्रैल तक हो सकेगी पोर्टल के दर्ज….

ख़बर शेयर करें

देहरादून। उत्तराखंड की मुख्य सचिव रहीं राधा रतूड़ी के 31 मार्च 2025 को सेवानिवृत्त होने के बाद राज्य के तमाम आईएएस अधिकारियों की वार्षिक गोपनीय प्रविष्टि (ACR) लिखने की प्रक्रिया अब भी अधूरी है। सामान्यत: प्रत्येक वित्तीय वर्ष के समापन पर अधिकारियों की ACR तैयार कर ली जाती है, जो उनके करियर ग्राफ और पदोन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालांकि, इस बार कई अधिकारियों द्वारा ACR भरने के लिए जरूरी सूचनाएं समय पर उपलब्ध नहीं कराई गई हैं, सूत्रों के अनुसार, यह हीलाहवाली कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार देरी से विभागीय कामकाज पर भी असर पड़ने की आशंका बन गई है।सरकारी नियमों के मुताबिक, किसी अधिकारियों को अपनी ACR से संबंधित जानकारी निर्धारित प्रारूप में समय पर देनी होती है ताकि समीक्षा अधिकारी, प्राधिकृत अधिकारी और अनुमोदन अधिकारी समय पर अपनी टिप्पणियां जोड़ सकें। इस पूरी प्रक्रिया का डिजिटल प्रबंधन सरकार के पोर्टल के जरिए किया जाता है। अब चूंकि 30 अप्रैल 2025 आखिरी तारीख तय की गई है, इसलिए अधिकारी तेजी से अपने-अपने विवरण अपलोड करने में जुट गए हैं।

यह भी पढ़ें -  चारधाम यात्रा से पहले धामी सरकार की बड़ी सौगात, प्रदेश के अस्पतालों को मिले 45 विशेषज्ञ डॉक्टर....

सूत्र बताते हैं कि 30 अप्रैल के बाद ACR पोर्टल बंद कर दिया जाएगा और फिर किसी भी तरह की प्रविष्टि या संशोधन संभव नहीं होगा। ऐसे में अगर किसी अधिकारी की ACR अधूरी रह जाती है, तो भविष्य में उनकी पदोन्नति, प्रतिनियुक्ति या महत्वपूर्ण तैनाती पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

यह भी पढ़ें -  चारधाम यात्रा से पहले धामी सरकार की बड़ी सौगात, प्रदेश के अस्पतालों को मिले 45 विशेषज्ञ डॉक्टर....

प्रशासन ने भी सभी विभागीय सभी अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं कि सभी अधिकारी समय रहते ACR फाइल कर लें. ।

यह भी पढ़ें -  चारधाम यात्रा से पहले धामी सरकार की बड़ी सौगात, प्रदेश के अस्पतालों को मिले 45 विशेषज्ञ डॉक्टर....

राज्य सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि समयसीमा के भीतर सभी अधिकारियों की वार्षिक प्रविष्टियां पूरी हो जाएं ताकि सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बनी रहे। फिलहाल देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले कुछ दिनों में अधिकारी इस कार्य को समय पर पूरा कर पाते हैं या नहीं।