पहले चरण में 100 से ज्यादा दुकानें खुला पाने में नाकाम साबित हुआ आबकारी विभाग

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उत्तराखंड में 622 देसी व विदेशी शराब की दुकानो के आवंटन को लेकर आबकारी विभाग के अधिकारियों ने एड़ी चोटी का जोर तो लगाया लेकिन पहले चरण में 100% दुकानें खुला पानी विभाग नाकाम ही साबित हुआ लगभग 100 से ज्यादा दुकानें ऐसी रही जिन में आवेदन नहीं आया ऐसे में अब दूसरी चरण के लिए अधिकारियों ने जोर आजमाइश भी शुरू कर दी जिससे सभी दुकानें खुलवाई जा सके। इस बार 3200 करोड़ का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है आबकारी विभाग के अधिकारियों के सामने यह लक्ष्य पूरा करना किसी बड़ी चुनोती से कम नही है। देहरादून जनपद में कई दुकानों पर एक भी आवेदन ना आने से अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें भी पड़ रही है। आज नगर निगम टाउन हॉल में टेंडर प्रक्रिया की शुरूआत हुई। इस दौरान जिले की 94 दुकानों के लिए टेंडर आवंटित किए गए थे। लेकिन, इनमें से कुल 83 दुकानों के लिए ही आवेदन आ सके। बुधवार देर रात तक प्रक्रिया जारी थी।इस बार प्रदेश में दो सालों के लिए ठेकों का उठान टेंडर के माध्यम से किया जा रहा है। इसके लिए पूरे प्रदेश में कुल 622 देसी, विदेशी और बियर की दुकानों के लिए टेंडर आवंटित किए गए थे। पूरे प्रदेश में इस साल के लिए 3200 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य रखा गया है। जबकि, अकेले देहरादून जिले का 507 करोड़ रुपये का लक्ष्य है, जिसे कुल 94 दुकानों के माध्यम से हासिल किया जाना है। देहरादून जिले में कुल 83 दुकानों के लिए आवेदन आए हैं। जबकि, 11 दुकानें अभी शेष हैं। इनमें शहर और देहात की बड़ी दुकानें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण की बोलियां बृहस्पतिवार को लगाई जाएंगी। संभावना है कि बृहसपतिवार को इन दुकानों के लिए भी आवेदन आ जाएं। पूरे प्रदेश की अगर बात करें तो 130 दुकानें शेष हैं। यानी इन दुकानों के लिए कोई आवेदन नहीं आए हैं। इनमें भी दावा किया जा रहा है कि बृहस्पतिवार को कुछ दुकानें उठ जाएं। गौरतलब है कि पिछले साल भी प्रदेशभर में लगभग 90 दुकानें ही शेष रहीं थीं,

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