राज्य के स्वास्थ्य महकमा कोरोना के बढ़ते मामलों की आड़ में अब राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी अनदेखी करता दिखाई दे रहा है ।। राज्य में हर साल इस समय पर डायरिया और पखवाड़ा बनाया जाता है लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग की अधूरी तैयारियों के चलते इस पखवाड़े को ही भुला दिया गया।। इसको लेकर खुद स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने प्रदेशभर के सीएमओ को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वह राष्ट्रीय कार्यक्रमों की अनदेखी ना करते हुए इनका सुचारू रूप से संचालन करें जिससे कि डायरिया के मामलों में इजाफा ना हो ।। आपको बता दें कि हर साल डायरिया पखवाड़ा बनाने के लिए सरकार की ओर से हर जनपद में ओ आर एस बटवाने के साथ ही लोगो के स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जाते रहे हैं लेकिन वर्तमान हालातों को देखते हुए अधिकारी डायरिया जैसी गंभीर बीमारी को भी नजरअंदाज करते हुए अलग ही राग अलापते हुए दिखाई दिए। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि स्टाफ की कमी के चलते डायरिया पखवाड़ा बड़े स्वरूप में नही बनाया गया है। हालांकि महानिदेशक के पास अब तक के डायरिया पखवाड़े का कोई आंकड़ा तक नही है जिससे यह कहा जा सके कि राज्य में डायरिया को लेकर विभाग गंभीर है।
