प्रांतीय चिकित्सक संघ ने भी बाबा राम देव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले कुछ दिनों से बाबा रामदेव की अनर्गल और अपमानजनक बयानबाजी व टिप्पणियों से आहत हो रहे होगे। रात दिन की मेहनत समर्पण और सेवा भाव से किये कोविड-19 के उपचार के कार्यों में दिन रात का पैन और आराम खोने के बाद अपने बहुत से साथियों को खोने के बाद बहुत से साथियों के परिवारजनों की असमय मृत्यु के बावजूद इस तरह की बयानबाजी मृत चिकित्सकों का अपमान “जो खुद को नहीं बचा पाया आपको क्या बचायेगा हमे अस्वीकार्य है और हम सभी इसकी कटी भर्त्सना करते है। इस तरह की बयानबाजी स्वास्थ्य कर्मीयों का मनोबल भी तोडती है। इस पूरे प्रकरण को बाबा रामदेव द्वारा ही एलोपैथी बनाम आयुर्वेद का रंग दिया गया है। हम पर आयुर्वेद तथा योग से व्यर्थ का पैर रखने के आरोप एक आठवी पास व्यक्ति द्वारा लगाये जा रहे हैं, जो कि जानबूझकर अपने स्वार्थ के लिये और अपनी दवाओं की बिक्री बढ़ाने के लिये लगाये जा रहे हैं। लगातार पिछले कई दिनों से उनके द्वारा जानबूझ कर बयानबाजी करी जा रही है, जिससे कोई चिकित्सक इनके भ्रमजाल में फसकर आयुर्वेद योग के विरूद्ध कुछ बोले और इस लड़ाई को भड़काने के इनके कुसिमको सफलता मिल सके। मैं सभी साथी चिकित्सकों से पूरी कार्यकारिणी की तरफ से सादर निवेदन करता हूँ कि आप सभी लोग बाबा रामदेव के दुष्प्रचार और अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में बाबा रामदेव की अपदा अधिनियम में गिरफ्तारी के समर्थन में कल दिनांक 01.06.2021 को अपने अपने कार्यस्थल पर IMA के समर्थन में काला फीता बांधकर कार्य करेंगे। साथ ही हम पूरे स्वास्थ्य विभाग से अपने पूरे स्वास्थ्य विभाग के परिवार के सभी सदस्यों से बाबा रामदेव के पतंजलि के सभी उत्पादों के बहिष्कार की अपील करते हैं। यदि आप आयुर्वेदिक औषधिया अन्य उत्पाद से भी रहे हैं तो अन्य कम्पनियों को से अपने सगे सम्बन्धियों, मित्रों को व अपने रोगियों को भी पतंजलि के उत्पादों का बहिष्कार करने हेतु प्रेरित करें। धन्यवाद।