वन मंत्री हरक सिंह रावत ने नेतृत्व परिवर्तन के साथ ही दोबारा से वन विभाग की जिम्मेदारी मिलने के बाद अधिकारियों को सख्त संदेश देना शुरू कर दिया है।
हाल ही में रुद्रपुर वन क्षेत्र में हाथी दांत की तस्करी का एक मामला सामने आया था जिसके बाद वन विभाग ने तस्करों को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपाई थी इसे विभाग ने अपनी बड़ी उपलब्धि बताते हुए खुद की सक्रियता को इस से जुड़ा था लेकिन अब एक मृत हाथी के मिलने के बाद विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। रुद्रपुर वन क्षेत्र में तैनात वन कर्मियों की बड़ी लापरवाही को लेकर वन मंत्री ने भी सख्त रवैया जाहिर कर दिया है। दरअसल यह हाथी कई दिनों से वन क्षेत्र में ही मरा हुआ था और इस मरे हुए हाथी के दांत को काटकर तस्कर तस्करी करने वाले थे। तस्करों को तो पकड़ लिया गया लेकिन वन विभाग को कई दिनों बाद हाथी के जंगल में मरे होने की सूचना मिली इसके बाद वन मंत्री ने फौरन वन क्षेत्र में तैनात फॉरेस्ट गार्ड नवल किशोर को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं उधर फॉरेस्टर दुर्गादत्त को और भोपाल सिंह को भी हल्द्वानी कार्यालय में अटैच करने के आदेश दिए गए।वन मंत्री हरक सिंह रावत का फॉर्म मामले की गंभीरता को देखते हुए निर्णय लेना और बड़ी कार्यवाही करने से साफ हो गया है कि अब सरकार लापरवाही के मामलों में सख्ती बरतने जा रही है उधर हरक सिंह रावत ने भी अधिकारियों को दो टूक लापरवाही ना सहने के संकेत दे दिए हैं।