देहरादून, होटल हयात को मिले 24 घंटे बार चलाने के मामले में भले ही आबकारी महकमा बैक फुट पर दिखाई दे रहा है। लेकिन विभाग की पूरी पॉलिसी ही अब सवालों के घेरे में आ गई है।। दरअसल पहली बार ऐसा हुआ कि जब विभाग के द्वारा कोई पॉलिसी बनाई गई हो जिसमें प्रत्येक घंटे के हिसाब से शराब परोसने का शुल्क वसूला गया है पिछले सालों में बार संचालन का समय तय किया गया था जिसके बाद शराब परोसे जाने पर कार्रवाई की जाती थी लेकिन अब चंद रुपयों के लिए पूरा सिस्टम ही पलट दिया गया ।।अब तय समय के बाद शराब परोसे जाने का शुल्क निर्धारित कर दिया गया है जिससे नशा जमकर परोसा जा रहा ।। राजस्व का हवाला दिया जा रहा है अब राजधानी देहरादून में दुर्घटना घटित हुई तो तमाम खुलासे भी हो गए पॉलिसी के तहत पूर्व में हयात को 24घंटे बार संचालन की अनुमति दी गई थी अब जब विभाग की फजीहत हुई तो आनन फानन में इस आदेश को निरस्त करने के लिए भी कह दिया गया।। आबकारी विभाग की यह पॉलिसी शुरुआत से ही सवालों के घेरे में थी लेकिन इस और नजरे इनायत करने वाला कोई नहीं रहा ।। पॉलिसी में तमाम त्रुटियां होने के चलते इसे पास करने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी थी अब हकीकत सामने आते ही खामियां नजर आने लगी हैं।। एक तरफ सरकार जहां नशे के खिलाफ अभियान चिड़े हुए तो वहीं पॉलिसी में इस प्रकार के प्रावधान बताते हैं कि नशे के लिए कितनी मुस्तादी के साथ अधिकारी कम कर रहे हैं।।