डीजीपी ने किया कांवड़ मार्ग का स्थलीय निरीक्षण, 7000 से अधिक पुलिस बल तैनात, ड्रोन और सोशल मीडिया से होगी सख्त निगरानी

ख़बर शेयर करें

ऋषिकेश/देहरादून, 10 जुलाई 2025: श्रावण मास की कांवड़ यात्रा-2025 के शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित संचालन को लेकर उत्तराखंड पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। यात्रा से एक दिन पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ ने ऋषिकेश पहुंचकर कांवड़ यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीनों जनपदों (देहरादून, टिहरी, पौड़ी) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

डीजीपी ने मुनि की रेती से नीलकंठ महादेव मंदिर तक यात्रा मार्ग पर सुरक्षा, यातायात, सहायता केंद्रों व शिविर स्थलों की व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया। नीलकंठ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं और मंदिर समिति से संवाद कर व्यवस्थाओं पर फीडबैक भी लिया गया।

यह भी पढ़ें -  भ्रामक सर्वे रिपोर्ट से देहरादून की छवि पर प्रहार, महिला सुरक्षा में नजीर पेश कर रहे SSP अजय सिंह, देहरादून को बना रहे सुरक्षित शहर का मॉडल”...

डीजीपी ने जानकारी दी कि कांवड़ मेला क्षेत्र में 7000 से अधिक सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, जिनमें 3000 पुलिसकर्मी, 1350 होमगार्ड व पीआरडी, 15 कंपनी पीएसी, 9 कंपनी अर्धसैनिक बल, STF, SDRF, जल पुलिस और ATS शामिल हैं। 500 से अधिक CCTV और ड्रोन की मदद से 24×7 निगरानी की जा रही है।

यह भी पढ़ें -  गढ़वाल से कुमाऊं तक अवैध शराब माफियाओं पर शिकंजा, आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट की सख्ती से माफियाओं में हड़कंप....

नीलकंठ क्षेत्र को 1 सुपर जोन, 7 जोन व 23 सेक्टर में तथा हरिद्वार को 16 सुपर जोन, 37 जोन व 134 सेक्टर में विभाजित कर प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग, STF और अभिसूचना इकाइयों को संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष निगरानी हेतु सक्रिय किया गया है।

यह भी पढ़ें -  महिला सुरक्षा रिपोर्ट पर महिला आयोग का कड़ा रुख, निजी सर्वे से देहरादून की छवि धूमिल करना निंदनीय : कुसुम कण्डवाल

डीजीपी ने हुड़दंग, डीजे बजाने और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्ती के निर्देश दिए हैं। श्रद्धालुओं से भी अपील की गई कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

उत्तराखंड पुलिस ने इस बार यात्रा की सफलता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।