स्वास्थ्य विभाग के ठेंगे पर कैबिनेट के आदेश

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राज्य सरकार ने चाइना में निर्मित किसी भी प्रकार के उपकरण खरीदारी को लेकर रोक लगाए जाने पर कैबिनेट में प्रस्ताव पारित किया, तो वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चाइनीस कंपनी पर ही करोड़ों रुपए खर्च कर कैबिनेट में हुए निर्णय को ठेंगा दिखा रहे हैं करोड़ों की लागत से लगने वाली एम आर आई मशीन चाइना ब्रांड की है ऐसे में अधिकारी इस बात से भी इंकार कर रहे हैं कि उन्हें कैबिनेट में हुए इस तरीके की किसी निर्णय की कोई जानकारी नही है। दरअसल 2021 हरिद्वार महाकुंभ में करोड़ों की लागत से लगने वाली एम आर आई मशीन चाइनीस है अधिकारियों की मानें तो यह प्रस्ताव हरिद्वार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिया गया है जिसको आनन-फानन में अमलीजामा पहनाया जाना है आपको बता दें कि एम आर आई मशीन लगने में ही 4 माह से ज्यादा का समय लगता है ऐसे में कुंभ के नाम पर करोड़ो रुपये का खर्च किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मथुरा दत्त जोशी ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहाँ है कि राज्य सरकार के द्वारा चाइनीज सामान ना क्रय किये जाने की कैबिनेट से मोहर लगाई थी लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अब कैबिनेट के आदेशों को भी ठेंगा दिखा रहे है।वही स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने मामले का परीक्षण कराने की बात कही है भारत-चीन के बीच बढ़ती दूरियों को देखते हुए उत्तराखंड की त्रिवेंद्र कैबिनेट ने चीनी कंपनियों को प्रदेश की व्यापारी गतिविधियों से बाहर करने का महत्वपूर्ण फैसला तो लिया.. लेकिन हरिद्वार महाकुंभ में चीनी कंपनी की एंट्री की खबरों ने सरकार के इरादे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उधर कांग्रेस ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं। गलवान में चीनी सैनिकों की बुजदिली के चलते देश के कई जवानों ने अपनी जान गवाई और इसके बाद न केवल भारत सरकार की तरफ से इस पर सख्ती दिखाई गई बल्कि उत्तराखंड सरकार ने भी चीनी कंपनियों से खरीद को लेकर कैबिनेट में एक बड़ा निर्णय लिया.. निर्णय था कि भारत के पड़ोसी देशों से जुड़ी कंपनियों के साथ व्यापारिक गतिविधियां नहीं बढ़ाई जाएंगी। लेकिन अब महाकुंभ में अस्पताल के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब 8 करोड़ से ज्यादा की एम आर आई मशीन खरीदी जा रही है… आरोप है कि जिस कंपनी से मशीन खरीदी जा रही है वह चीन से ताल्लुक रखती है और इसके बावजूद भी महाकुंभ में स्वास्थ्य विभाग इस खरीद को आगे बढ़ा रहा है। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश सचिव मथुरादास जोशी ने कहा कि एक तरफ भाजपा चीन से सभी रिश्ते तोड़ने की बात करती है तो दूसरी तरफ भाजपा सरकार चीन की कंपनी से एम आर आई मशीन खरीद कर उसे बढ़ावा देने का भी काम करती है जो कि भाजपा की मंशा पर भी सवाल खड़े करती है। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी से जब हमने खबरों की पुष्टि करनी चाहिए हालांकि स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने ऐसी जानकारी होने से मना कर दिया उन्होंने कहा कि यूं तो सरकार की प्रिक्यूरमेंट पॉलिसी में यह नियम साफ तौर पर रखे गए हैं और महाकुंभ के लिए कोई शिथिलता भी नहीं बढ़ती गई है लेकिन इसके बावजूद भी यदि ऐसा है तो इस पर वे अधिकारियों से जानकारी लेंगे।
मौजूद दस्तावेज से साफ है कि महाकुंभ के लिए एम आर आई मशीन तो खरीदी जा रही है और इसकी रकम भी 8 करोड़ से ज्यादा है दस्तावेजों में जिस कंपनी का नाम लिखा है उसको लेकर भी इंटरनेट पर सर्च करने से पता चलता है कि उसका कार्यालय शंघाई में है। हालांकि कंपनी चीन की है और क्या उससे एम आर आई मशीन खरीदने का निर्णय हो चुका है इसका पता स्वास्थ्य विभाग की जांच के बाद ही साफ तौर पर लगाया जा सकता है।