रुड़की, सरकार जहां ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है वहीं उत्तराखंड के रुड़की इलाके में विनय विशाल हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 5 लोगों की मौत का मामला सामने आया है जिसे खुद बड़े अधिकारियों के पैर तले की जमीन निकल गई है दरअसल शासन से लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय के अधिकारी प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन का पर्याप्त कोटा देने का दावा कर रहे हैं लेकिन रुड़की में इतनी बड़ी घटना हो जाने से खुद सवालिया निशान भी खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार सरकार ओर से जब पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन दी जा रही थी तो इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई हालांकि सीएमओ हरिद्वार अभी इस पूरे मामले से अनभिज्ञ हैं उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में अभी तक नहीं आया है हालांकि मामले की जांच कराई जा रही है। दरअसल सूत्रों की माने तो आठ दिन पहले भी इसी तरहां की घटना इस अस्पताल में हो चुकी है लेकिन लापरवाह अधिकारियों ने मामले को वही मैनेज करने का काम किया और खबर रुड़की से बाहर तक नही निलने दी। 5 लोगो की मौत की घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है लेकिन हरिद्वार के सीएमओ को इसकी जानकारी मंगलवार शाम तक नही थी। सीएमओ हरिद्वार मुख्यमंत्री की आवभगत और पतंजलि में बनने वाले डेढ़ सौ बेड के कोविड हॉस्पिटल नहीं व्यस्त रहें उन्हें अपने इलाके की इतनी बड़ी घटना की जानकारी तक नहीं रही अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग के जिले कितने गंभीर अधिकारियों के हाथ में दिए गए हैं जो अपनी जिम्मेदारियों से दूर सरकार की आवभगत में ज्यादा लगे हैं। सोमवार को हुई घटना से मंगवार शाम तक भी शासन को अवगत नही कराया था जिससे साफ हो जाता है कि अधिकारियों के काम करने का फॉर्मूला क्या है।