उत्तराखंड आबकारी विभाग में अधिकारी अपनी सुविधाओं के अनुसार ही व्यवस्थाओं को तोड़ मरोड़ कर बेहतर बनाने की जुगत भिड़ा रहे हैं राज्य में शराब की दुकानों के आवंटन को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं कि आखिरकार जब पहले चरण में 24 दुकानें नहीं खुली थी तो 25 के टेंडर कैसे जारी किए गए।।। दरअसल राज्य में शराब नीति के अनुसार इस बार शराब की दुकानों का आवंटन 2 साल के लिए किया गया है जिसमें सिर्फ 24 दुकाने के आवंटन नहीं हो सके थे जिसमें अल्मोड़ा की 13, चमोली 1, पौड़ी1 ,पिथौरागढ़ 2, उधम सिंह नगर 7 दुकानों के आवंटन नहीं हुए थे।।इसके साथ ही देहरादून जनपद की रानीपोखरी देसी शराब दुकान भी जोड़ दी गई है जिसको पहले ही सेटलमेंट किया जा चुका था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते दुकान अब तक संचालित नहीं हो सकी थी जिसके चलते विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान भी झेलना पड़ा ।। अब एक बार फिर शासन ने दुकान के आवंटन को लेकर आदेश जारी किए हैं जो आज प्रक्रिया के तहत आवंटित हो सकती है ।। पूर्व में ही रानीपोखरी देसी शराब की दुकान 7 करोड़ 32 लाख में आवंटित की गई थी लेकिन शासन ने उसे गलत मानते हुए पुनः टेंडर करने के निर्देश दिए थे जिसके चलते अब दुकान 4:50 करोड़ रुपए में दिए जाने की तैयारी की जा रही है ।।दुकानों के आवंटन को लेकर आबकारी मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि यदि कहीं पर दुकानों को लेकर कोई अपवाद पैदा होता है तो उसका परीक्षण करवाया जाएगा।।