देहरादून, आखिरकार कोरोनेशन अस्पताल में बने आईसीयू को मंत्री का समय मिलने के बाद उसे मरीजों के लिए खोल ही दिया गया।। जी हां लगभग कई माह पूर्व बनकर तैयार हुए कोरोनेशन अस्पताल के आईसीयू को स्टाफ ना मिलने के चलते बंद ही रखा गया था अब स्वास्थ्य मंत्री ने पहल की तो स्टॉफ भी मिला और मरीजों को सुविधा भी मिल जाएगी।। दरअसल करोड़ों की लागत से तैयार हुए आईसीयू में के लिए पहले मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे लेकिन अब उन्हें कोरोनेशन अस्पताल में आईसीयू संचालित होने के बाद राहत मिल जाएगी।। लेकिन सवाल उठता है कि जब आईसीयू बनकर तैयार हो गया था तो इतना समय स्टाफ की तैनाती में क्यों लगाया गया।। हालांकि विभागीय मंत्री इस पर अलग ही तर्क देते दिखाई दिए उन्होंने कहा कि अब टेक्निकल स्टाफ की तैनाती के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं जहां पर भी इस प्रकार के उपकरण लग रहे है वह संविदा पर ही टेक्निकल स्टाफ की तैनाती करवा दी जाए जिससे लोगों को सुविधाओं का लाभ मिल सके ।। स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद से ही स्वास्थ्य मंत्री ने कई मैराथन बैठक की हैं लेकिन अधिकारियों ने लगता है उन्हें भी धरातल की स्थिति से अवगत ही नही कराया है लगातार मशीनों की खरीदारी हो रही है लेकिन टेक्निकल स्टाफ रखे जाने को लेकर कोई भी विभागीय मंत्री को जानकारी तक नहीं दे रहा जिसके चलते सरकार का करोड़ों रुपए पानी की तरह बह रहा है।। बेहतर होता कि मशीनें खरीदने से पहले उसे चलाने वाले स्टाफ की तैनाती होती तो शायद सरकारी खजाना गलत तरीके से खाली नहीं होता।।